मासूम का यौन उत्पीड़न, पूर्व और वर्तमान रिपोर्ट में विरोधाभास, कोर्ट ने जताई आपत्ति

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कोर्ट ने कहा…मामले के सभी बिंदुओं को स्पष्ट करें उसके बाद रिपोर्ट पेश करें

नोएडा। साढ़े तीन साल की मासूम के साथ यौन उत्पीड़न मामले में पुलिस ने कोर्ट में जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की है। जिस पर कोर्ट ने आपत्ति जताई है। कोर्ट ने मामले में कुछ बिंदुओं पर जांच रिपोर्ट स्पष्ट करने की वजह से वापस भेज दिया है।

मामले में स्कूल प्रिंसिपल व क्लास टीचर के आरोपी बनाए जाने को लेकर पूर्व और वर्तमान जांच अधिकारी की रिपोर्ट में विरोधाभाष है। बता दें कि पीड़ित परिवार ने मामले की पैरवी के लिए अपनी तरफ से अधिवक्ता खड़ा करने की बात कही है।

यह है मामला
9 अक्टूबर, 2018 को हाईकोर्ट ने ग्रेनो के नामी स्कूल में बच्ची के साथ हुए यौन उत्पीड़न मामले में पीड़ित परिवार की याचिका पर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ जांच के आदेश दिए। आदेश एसएसपी गौतमबुद्ध नगर को दिए गए थे। कोर्ट ने कहा था कि चार सप्ताह में जांच पूरी करें।

दोनों जांच अधिकारियों की रिपोर्ट में विरोधाभाष
मामले की जांच सबसे पहले सूरजपुर थाने में तैनात एसआई बोबेश धीमान को दी गई, लेकिन बाद में उनका ट्रांसफर बिसरख कोतवाली हो गया। इसके बाद मामले की जांच को महिला थाना प्रभारी सीता कुमारी को सौंपी। उन्होंने जांच रिपोर्ट कोर्ट में पेश की है। जिसमें स्कूल प्रबंधन समेत प्रिंसिपल व क्लास टीचर को क्लीन चिट दी गई है। जबकि पूर्व जांच अधिकारी बोबेश धीमान की रिपोर्ट में स्कूल प्रबंधन की लापरवाही का दावा किया गया था।

कोर्ट ने कहा, तमाम बिंदुओं को स्पष्ट करें
दोनों जांच अधिकारियों की रिपोर्ट कोर्ट में पेश होने और विरोधाभाष को मद्देनजर रखते हुए कोर्ट ने आपत्ति जताते हुए रिपोर्ट को वापस भेज दिया है। साथ ही कहा कि जांच रिपोर्ट के तमाम बिंदुओं को स्पष्ट करें।

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आईओ से मांगा लिखित जवाव
सीओ- 1 ग्रेटर नोएडा निशांक शर्मा ने बताया कि कोर्ट ने जांच रिपोर्ट पर आपत्ति जताई है। साथ ही कई बिंदुओं पर जवाब मांगा है। जांच रिपोर्ट को लेकर आईओ से लिखित जवाब मांगा गया है। पूरे मामले में एसपीओ से भी सलाह ली जाएगी।

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