Cyber crime : शादी के लिए बायोडाटा डाला है तो यह समाचार आपको सचेत करने वाला है

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Cyber crimeभोपाल सायबर सेल ने पांच सदस्यीय गिरोह का किया पर्दाफाश, नौजवानों को बनाते थे अपना शिकार, जालसाजी के एक ही मामले में पौने चार लाख रुपए की धोखाधड़ी

भोपाल। यदि आप (Cyber crime) मेट्रोमोनियल वेबसाइट (Matrimonial website) पर बायोडाटा डालने जा रहे हैं तो यह समाचार आपको सचेत करने वाला है। आपके बायोडाटा पर जालसाजों की भी नजर होती है। वह पहले रिश्ता बनाने का झांसा देकर बातचीत करते हैं। फिर वह वारदात करके चंपत हो जाते हैं। भोपाल सायबर सेल यूनिट ने ऐसे ही एक रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस मामले में एक महिला समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
भोपाल सायबर सेल के मुताबिक (Cyber crime) इस मामले की शिकायत नीतू सिंह (परिवर्तित नाम) ने की थी। उसने पुलिस को बताया कि परिवार ने मेट्रोमोनियल वेबसाइट पर शादी के लिए बायोडाटा अपलोड किया था। जिसके बाद एक व्यक्ति ने उससे संपर्क किया। उसने अपने आपको विदेशी बताते हुए कई बार बातचीत की। इसी बातचीत के दौरान उसने कहा कि वह विदेश से उसके लिए एक उपहार भेज रहा है। इस बातचीत के बाद कोई संपर्क नहीं हुआ। तभी एयरपोर्ट के एक (Cyber crime) अफसर का फोन आया कि उसका कोई उपहार आया हुआ है। उसे कस्टम ड्यूटी चुकानी होगी। उपहार की जानकारी नीतू और उसके कथित होने वाले पति को थी। इस कारण उसने कस्टम ड्यूटी चुकाने के नाम पर पैसा उनके बताए खाते पर जमा कर दिया। लेकिन, उससे दोबारा पैसा जमाया कराया गया। ऐसा करते हुए उससे एक पखवाड़े के भीतर में (Cyber crime) तीन लाख, 65 हजार रुपए ऐंठ लिए गए। सायबर सेल ने इस मामले में जालसाजी का मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू की। इस जांच के लिए उसने खातों का ब्योरा के अलावा वह मोबाइल नंबर जिनसे बातचीत हुई थी वह पता लगाया। इस पड़ताल के बाद मेट्रोमोनियल की आड़ में चल रहे रैकेट का पर्दाफाश हो गया।

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महिला का करते थे इस्तेमाल
सायबर सेल ने बताया कि इस रैकेट का (Cyber crime) मुख्य सरगना भिंड निवासी अतुल कुशवाहा है। उसने लालच देकर मुरैना निवासी रजनी शर्मा के नाम से बैंक खाता खुलवाया था। इस खाते में रकम आने पर उसे कमीशन मिलता था। रजनी से हुई पूछताछ के बाद गिरोह के अन्य साथी ग्वालियर निवासी अवधेश पाठक को भी गिरफ्तार किया गया। अवधेश और अतुल ने जाली दस्तावेजों की मदद से रजनी का खाता खुलवाया था। इस मामले में (Cyber crime) सायबर सेल ने दो अन्य आरोपी ग्वालियर निवासी गोपाल कुशवाहा और भिंड निवासी श्याम सुंदर कुशवाहा को भी गिरफ्तार किया गया।

यह माल हुआ बरामद
आरोपी लंबे अरसे से इस तरह की धोखाधड़ी कर रहे थे। इनके जाल में कितने (Cyber crime) लोग फंसे यह पता लगाया जा रहा है। इसके लिए बैंक खातों की मदद ली जा रही है। हालांकि आरोपियों के कब्जे से 100 चैक बुक, 100 एटीएम कार्ड, 50 पास बुक, 30 फर्जी पेन कार्ड, 20 फर्जी वोटर कार्ड, 15 फर्जी आधार कार्ड, 10 मोबाईल फोन और विभिन्न विभागों के सील-मुहर जब्त किए गए।

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