Tiger Poaching : अंतरराष्ट्रीय शिकारी तमांग की तीसरी पत्नी पहुंची कोर्ट, खुद को बताया बेगुनाह

Share

Tiger Poachingझूठा फंसाने का आरोप लगाकर अग्रिम जमानत की अर्जी लगाई, पेंगोलिन और टाइगर शिकार के मामले में हैं तलाश

जबलपुर। बाघों के शिकार (Tiger Poaching) मामले में दो साल से फरार जे तमांग के मामले में नया पेंच सामने आया है। उसकी तीन पत्नी में से एक पत्नी ने मध्यप्रदेश हाईकोर्ट (MP High court) में अग्रिम जमानत के लिए याचिका लगाई है। दोनों के खिलाफ मध्यप्रदेश वन्य स्पेशल टास्क फोर्स ने एफआईआर दर्ज की है।
कौन है तमांग
अंतरराष्ट्रीय बाघ शिकार (Tiger Poaching) के मामले में जे तमांग अक्टूबर, 2015 में गिरफ्तारी के बाद सुर्खियों में आया था। तमांग के जरिए एक सौ से अधिक वन्य जीवों के शिकार और तस्करी के नेटवर्क का भांड़ा फूटा था। होशंगाबाद फोरेस्ट ने उसे सोहागपुर की अदालत में पेश किया था। उसके साथ दो दर्जन आरोपी गिरफ्तार हुए थे। तमांग को दिल्ली के मेट्रो स्टेशन से गिरफ्तार किया गया था। तमांग दिल्ली में पूल गैम चलाता था। तमांग हिन्दी के अलावा इंग्लिश और नेपाली भाषा का जानकार है। आरोपी को सतना के बाघ (Tiger Poaching) के मामले में गिरफ्तार किया था। जिस बाघ का उसने शिकार किया था वह वन्य विभाग की निगरानी में था और उसमें रेडियो कॉलर लगाया गया था।

यह भी पढ़ें : शिकारी छोड़िए जानिए तांत्रिक क्यों करते थे बाघों का शिकार

आरोपी की तीन पत्नी
जे तमांग ने तीन शादियां की है। इसमें से एक पत्नी यांग चेन लाचूं सिक्किम मूल की नागरिक है जो भारत-चीन सीमा के नजदीक ल्हासा में रहती है। एमपी फॉरेस्ट एसटीएफ (MP Forest Special Task Force) ने उसकी तीसरी पत्नी को भी आरोपी बनाया है। वन विभाग का दावा है कि इंटरनेशनल नेटवर्क में उसकी पत्नी का बहुत योगदान है। उसके खिलाफ वन विभाग बहुत सी जानकारियां रखता है। पत्नी ने अपने आपको निर्दोष बताते हुए अग्रिम जमानत के लिए अदालत में अर्जी लगाई है।

यह भी पढ़ें:   Bhopal Murder News: पार्टी में बवाल के बाद हत्या 

रेड कॉर्नर का नोटिस है जारी
जे तमांग अदालत से जमानत के बाद फरार हो गया। वह अब तक कई पेशी में हाजिर नहीं हुआ। इस कारण एमपी फॉरेस्ट एसटीएफ ने सीबीआई और नेशनल सेंट्रल ब्यूरो की मदद से उसके खिलाफ 2016 में इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया है। तमांग म्यांमार, चीन और भारत के बीच काफी सक्रिय रहता है। तमांग भारत-चीन के बीच बाघों (Tiger Poaching) की तस्करी के मामले में वांटेड हैं।

यह भी पढ़ें : जानिए तस्करों को कोलकाता क्यों पसंद आता है तस्करी के लिए

इन कारणों से करता है शिकार
तमांग मध्यप्रदेश में पाए जाने वाले पेंगोलिन, लुप्तप्राय कछुए और बाघों के अंगों की तस्करी करता है। इन वन्य जीवों के अंगों को लेकर कई तरह की भ्रांतियां है। जिसको निकालकर वह बेचने का काम करता है। बताया जाता है कि बाघ की चर्बी से मोटापा घटाने की दवा बनाई जाती है। इसके अलावा नाखून को पहनने का चीन में रिवाज है। कहा जाता है कि बाघ के नाखून पहनने से यश बढ़ता है। इसी तरह बाघ के कंधे की हड्डी को लक्की बोन कहकर पहना जाता है। बाघ का शिकार (Tiger Poaching) करने के बाद इन अंगों को निकालकर सप्लाई करने की चैन तमांग ने बनाई थी। पेंगोलिन के सूप को मर्दानगी बढ़ाने के लिए इस्तेमाल होता है।

Don`t copy text!