Bhopal Murder Case : हत्या की खबर छुपाई तो टीआई को मिली सजा

Share

Bhopal Murde Case : टीआई खबर देकर भी बुरे फंसे, भोपाल डीआईजी ने 500 रुपए का लगाया अर्थ दंड

Bhopal Murder Case
सांकेतिक चित्र

भोपाल। चाकू मारकर एक व्यक्ति की बेरहमी से हत्या (Bhopal Brutal Murder) कर दी गई। कातिल ने बचाने आए लोगों पर भी चाकू लहराया। घटना मध्य प्रदेश (MP Crime News) की राजधानी भोपाल (Bhopal Crime News) की है। इस घटना की खबर डीआईजी सिटी इरशाद वली (DIG City Irshad Wali) को काफी देर से दी गई। जिस कारण उन्होंने थाना प्रभारी पर नाराजगी जताते हुए सजा दी। हालांकि थाना प्रभारी अपने स्तर पर आला अधिकारियों को हत्या (Bhopal Murder Case) की खबर पहुंचा चुके थे।

पुरानी रंजिश बनी वजह

बजरिया थाना पुलिस ने बताया कि हत्या (Bhopal Chaku Ghopkar Hatya) की घटना रविवार रात लगभग 12 बजे की है। यहां पुरुषोत्तम नगर निवासी विक्रम साहू (Vikram Sahu) उम्र 22 साल को चाकू मारा गया था। आरोपी सतीश शर्मा उर्फ पंडित (Satish Sharma@Pandit) उम्र 32 साल है। दोनों के बीच पुरानी रंजिश की खबर पुलिस को मिली है। आरोपी शराब पीने का आदी है। दोनों परिवार आस—पास ही रहता है। सतीश शर्मा (Killer Satish Sharma) के खिलाफ बजरिया थाने में आधा दर्जन से अधिक मामले पहले से दर्ज हैं। पुलिस ने इस मामले में हत्या का प्रकरण दर्ज कर लिया है। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसको अदालत में पेश करके जेल भेजा जाएगा।

यह भी पढ़ें: विश्व हिन्दू परिषद नेता की सरेराह गोली मारकर हत्या करने वाली घटना का बनाया वीडियो
इसलिए मारा चाकू

सतीश शर्मा ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि घटना के वक्त मौके पर विक्रम साहू (Vikram Sahu Murder Case) के अलावा राजकुमार भी था। राजकुमार मरने वाले विक्रम का दोस्त हैं। विक्रम के पिता खेमचंद्र (Khemchandra Sahu) लोडिंग आटो चलाते हैं। घटना के वक्त राजकुमार ने बचाना चाहा तो उसको चाकू लहराकर अस्पताल ले जाने से भी रोका गया। चाकू के गंभीर वार पेट और जांघ में लगे थे। विक्रम लोडिंग आटो चलाता था।

यह भी पढ़ें:   Bhopal News: परिवार को पिकनिक मनाना पड़ा भारी, चोरों ने काटी चांदी

थाना प्रभारी पर संकट

हत्या की घटना की खबर सीएसपी, एएसपी के अलावा एसपी को दी गई थी। लेकिन, यह खबर डीआईजी सिटी इरशाद वली को नहीं मिली। जिसकी वजह से वॉयरलैस सेट पर डीआईजी जमकर नाराज हुए। उन्होंने थाना प्रभारी उमेश तिवारी (TI Umesh Tiwari) को अर्थदंड की सजा सुनाई। हालांकि उमेश तिवारी का कहना है कि उन्होंने अफसरों को खबर दे दी थी। लेकिन, यह जानकारी उनकी तरफ से आगे नहीं दी गई। इसलिए मामले को लेकर गतिरोध बना।

खबर के लिए ऐसे जुड़े

हमारी कोशिश है कि शोध परक खबरों की संख्या बढ़ाई जाए। इसके लिए कई विषयों पर कार्य जारी है। हम आपसे अपील करते हैं कि हमारी मुहिम को आवाज देने के लिए आपका साथ जरुरी है। हमारे www.thecrimeinfo.com के फेसबुक पेज और यू ट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें। आप हमारे व्हाट्स एप्प न्यूज सेक्शन से जुड़ना चाहते हैं या फिर कोई घटना या समाचार की जानकारी देना चाहते हैं तो मोबाइल नंबर 9425005378 पर संपर्क कर सकते हैं।

Don`t copy text!