मार्टिनेज और उनकी बेटी की तस्वीरों से इंटरनेट पर दुख और गुस्सा
अमेरिका में प्रवेश की कोशिश में था परिवार, मार्टिनेज की पत्नी सदमे में
टमौलीपास। लातिन अमरीकी देश अल साल्वाडोर के नागरिक देश छोड़ने के लिए मजबूर हो रहे हैं और ये अपने परिवार समेत अमरीका का रुख कर रहे हैं। ऐसे ही एक परिवार की तस्वीर ने इंटरनेट पर खलीबली मचा दी है। असल में अल साल्वाडोर के नागरिक 25 वर्षीय ऑस्कर मार्टिनेज रमायरेज अपनी 21 साल की पत्नी और बेटी के साथ रविवार को जोखिम लेकर मैक्सिको के रास्ते अमरीका में घुसने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने अपनी दो साल की बेटी को सुरक्षित नदी पार कराने के लिए अपनी टी—शर्ट में लपेट लिया, लेकिन नदी की तेज धारा में मार्टिनेज खुद को नहीं बचा पाए और बेटी समेत बह गए।
सोमवार को बाप—बेटी की लाशें मिलीं, और बुधवार तक यह दुनिया भर में इनकी तस्वीर फैल गईं। इन फोटो से इंटरनेट पर दुख और गुस्से का वातावरण रहा। पिता की टी-शर्ट से लिपटी हुई मिली बेटी की लाश के प्रति सभी ने दुख जताया और राजनेताओं को कोसा। ये परिवार अमरीका में प्रवेश की कोशिश कर रहा था, जबकि अमरीकी प्रशासन शरणार्थियों के मामले में सख्त रुख अपना रहा है। इससे गुस्सा ज्यादा है। ऑस्कर मार्टिनेज रमायरेज और उनकी दो साल की बेटी की लाश पानी में औंधे मुंह पड़ी थी। ये लाशें मैक्सिको की रियो ग्रेनेड नदी से बरामद हुईं हैं। लाश की तस्वीर तुरंत दुनिया भर फैल गई।
अल साल्वाडोर के नागरिक मार्टिनेट और उसकी दो साल की बेटी की हैरान कर देने वाली तस्वीर ने दुनिया को हिला दिया। पिता-बेटी दोनों मैक्सिको की रियो ग्रेनेड नदी से अमरीका में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन दोनों फिसलकर गिर गए और उनकी मौत हो गई। इस घटना से दुनिया भर में गुस्सा है कि किस तरह शरणार्थी अपनी जिंदगी को खतरे में डाल रहे हैं।
25 वर्षीय ऑस्कर मार्टिनेज रमायरेज अपनी 21 साल की पत्नी और बेटी के साथ अल साल्वाडोर से भागकर रविवार को जोखिम लेकर मैक्सिको से अमरीका में घुसने की कोशिश कर रहे थे रमायरेज अपनी नन्ही सी बेटी को पीठ पर लादे हुए थे। नदी पार करते वक्त बेटी को सुरक्षित रखने के लिए उन्होंने उसे अपनी टी-शर्ट के अंदर रखा हुआ था। नदी की तेज धाराओं में दोनों बह गए और डूब गए। हालांकि उनकी पत्नी खुद को बचाने में कामयाब रही और किसी तरह से नदी के किनारे तक पहुंच गई। लेकिन उनकी दुनिया उजड़ चुकी है और वह सदमे में हैं।
दोनों लाशें सोमवार को मेक्सिको के टमौलीपास राज्य के माटामोरस से बरामद हुईं। पिता-पुत्री की लाशें पानी में औंधें मुंह पड़ी हुईं थीं और फोटो सामने आने के बाद से अल साल्वाडोर और मैक्सिको में काफी रोष है। शरणार्थियों के साथ खराब रवैये को लेकर वहां की सरकार की कड़ी आलोचना हो रही है।
दिल दहला देने वाली पिता-बेटी की तस्वीर को लेकर साल्वाडोर के विदेश मंत्री एलेक्जेंडर हिल ने कहा, “हमारा देश फिर से शोक में है। मैं सभी परिवारों और अभिभावकों से प्रार्थना करता हूं कि अपनी जिंदगी को जोखिम में न डालें। जिंदगी कई गुना कीमती है।” हिल ने यह भी बताया कि सरकार मैक्सिको से मृतकों के शव को लौटाने पर बातचीत कर रही है। वहीं, राष्ट्रपति अन्द्रेस मैन्युअल लोपेज़ ओब्रादोर ने परिवार को वित्तीय मदद का आश्वासन दिया है।
गौरतलब है कि पिछले साल दिसंबर में राष्ट्रपति पद संभालने वाले अन्द्रेस मैन्युअल लोपेज ओब्रादोर ने शरणार्थियों के अधिकारों की रक्षा करने का प्रण लिया था। लेकिन तब उन्हें कड़ी आलोचना का शिकार करना पड़ा जब एएफपी के पत्रकार ने रियो ग्रेनेड में दो महिलाओं और एक लड़की को बलपूर्वक हिरासत में लेते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा बलों की तस्वीरें साझा की थीं।