विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांज की मुश्किलें बढ़ीं, स्वीडन ने फिर शुरू की रेप केस की जांच

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julian assange2010 में दो स्वीडिश महिलाओं ने लगाए थे असांज पर बलात्कार के आरोप
ब्रिटेन में जमानत शर्त तोड़ने के लिए 50 हफ्ते की कैद सुनाई है असांज को

स्टॉकहोम। अमरीका के खिलाफ दस्तावेजों को सार्वजनिक करने के मामले में सुर्खियां बटोरने वाले विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांज की मुश्किलें बढ़ गई हैं। स्वीडन में उनके खिलाफ 2010 के बलात्कार मामले की फिर से जांच शुरू हो गई है। इस बारे में जानकारी देते हुए स्वीडन के सरकारी अभियोक्ता कार्यालय ने कहा है कि इक्वाडोर के दूतावास से गिरफ्तार विकीलीक्स संस्थापक के खिलाफ बलात्कार के आरोपों की जांच फिर से शुरू की जाएगी। बता दें कि जूलियान असांज पर 2010 में स्वीडन की दो महिलाओं ने बलात्कार और यौन शोषण का आरोप लगाया था। स्वीडन में बलात्कार के आरोपों की जांच को 2017 में रोक दिया गया था।

इस बीच खबरों के मुताबिक, इक्वाडोर के अभियोक्ता कार्यालय ने लंदन को दूतावास में असांज के कमरे की जांच की स्वीकृति दे दी है। स्पेन के अखबार एल पाइस के मुताबिक, कमरे में जमा दस्तावेज, मोबाइल, कंप्यूटर और डाटा स्टोरेज उपकरणों को अमेरिका को सौंप दिया जाएगा। खबर है कि दूतावास में असांज के कमरे की 20 मई को तलाशी ली जाएगी। अभियोक्ता कार्यालय के फैसले से असांज के वकील कार्लोस पोवेदा को सूचित कर दिया गया है।

विकीलीक्स ने इसे दबाव की कोशिश करार दिया है। विकीलीक्स के मौजूदा प्रमुख क्रिस्टीन ह्राफ्नसन ने कहा है कि यह बिल्कुल तय बात है कि इस मामले को फिर से शुरू करने की वजह स्वीडन पर ​डाला जा रहा राजनीतिक दबाव है। जूलियान असांज ने बलात्कार के आरोपों से लगातार इंकार किया है। हालांकि अमेरिका को प्रत्यर्पित किए जाने के डर से वे स्वीडन की न्याय व्यवस्था से भागते रहे हैं।

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इंग्लैंड में गिरफ्तारी से बचने के लिए असांज ने इक्वाडोर के दूतावास में शरण ली थी, लेकिन मौजूदा सरकार ने यह शरण वापस ले ली और इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। अदालत ने जमानत की शर्तें तोड़ने के लिए उन्हें सजा सुनाई है। हालांकि कहा जाता है कि अमरीका ने इक्वाडोर को 32 हजार करोड़ डॉलर की सहायता देकर असांज को प्रत्यार्पित कराया है।

विकीलीक्स चाहता है कि यदि असांज को स्वीडन प्रत्यर्पित किया जाता है तो वहां उन्हें अपने को निर्दोष साबित करने का मौका दिया जाएगा। असांज ने हमेशा कहा है कि वे आरोपों का जवाब देने को तैयार हैं। यदि स्वीडन इस बात की गारंटी दे कि उन्हें वहां से अमेरिका को नहीं सौंपा जाएगा। अमेरिका असांज पर इराक और अफगानिस्तान में तैनाती से संबंधित गोपनीय सैन्य दस्तावेजों को प्रकाशित करने के कारण मुकदमा चलाना चाहता है।

अमेरिका असांज के प्रत्यर्पण की मांग कर रहा है। उसने जूलियान असांज पर व्हिसलब्लोवर चेल्सी मैनिंग के साथ अमेरिका के खिलाफ साजिश करने का आरोप लगाया है। 2010 में चेल्सी मैनिंग अमेरिकी सेना में ब्रैडली मैनिंग के नाम से काम कर रहा था और उसने विकीलीक्स को अमेरिकी सेना के लाखों दस्तावेज मुहैया कराए थे। असांज ने ब्रिटेन में स्वीडन प्रत्यर्पित किए जाने को रोकने की कानूनी कोशिशों के विफल होने के बाद 2012 में इक्वाडोर के दूतावास में शरण ली थी।

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