छह जगहों पर सीरियल ब्लास्ट, १०० से अधिक की मौत, सैंकड़ों जख्मी, भारत ने हमले की निंदा, घटनाक्रम पर विदेश मंत्रालय की नजर
कोलंबो। श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में चर्च को निशाना बनाकर यहां धमाके किए गए हैं। यह सीरियल ब्लास्ट का मामला बताया जा रहा है। श्रीलंका के प्रधानमंत्री ने आपात बैठक बुला ली है। वहीं सेनाध्यक्षों के साथ बैठक भी होने वाली है। घटना में १०० से अधिक व्यक्तियों की मौत होने की जानकारी सामने आ रही है।
जानकारी के अनुसार धमाके जिस वक्त किए गए उस समय ईस्टर पर्व मनाया जा रहा था। तीन चर्च और तीन फाईव स्टार होटलों में यह धमाके किए गए हैं। घायलों की संख्या तीन सौ से अधिक बताई जा रही है। श्रीलंका सरकार ने सरकारी अस्पतालों के अलावा निजी अस्पतालों में आपातकाल लागू करते हुए जख्मी लोगों के इलाज के बंदोबस्त के आदेश दे दिए हैं। जिन चर्च में यह धमाके किए गए उनके नाम सेंट एंथनी चर्च, नोगोंबो में सेंट सेबेस्टियन चर्च और बट्टिकलोबा के एक चर्च में यह धमाका किया गया है। घटनास्थल से दिल दहलाने वाली तस्वीरें सामने आ रही है। चारों तरफ मांस और चीख-पुकार सुनाई दी गई है। क्रिश्चियन देशों ने इस हमले को आतंकी करार देते हुए निंदा की हैं। उन देशों ने श्रीलंकाई देश के साथ होने और हरसंभव मदद का भरोसा भी दिलाया है।
आत्मघाती हमले की संभावना
हमले तीन होटलों में भी किए गए। यह होटल शांग्री-ला, सिनामोन ग्रैंड और किंग्सबरी बताए गए हैं। कोलंबो में ४० से अधिक, नौगेंबो में ६० से अधिक और बट्टिकलोबा में ३० से अधिक लोगों के मारे जाने के समाचार हैं। घायलों और मृतकों के पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं। जांच एजेंसियों ने संभावना जताई है कि हमलावर आत्मघाती थे जिनके बारे में सीसीटीवी फुटेज की मदद से जानकारी जुटाई जा रही है।
सेना तैनात छुट्टियां रद्द
श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। फिलहाल वे बेंटोला में है जो कोलंबो के लिए रवाना हो गए हैं। आपातकालीन दस्तों को तैनात कर दिया गया है। कई इलाकों में सेना भी तैनात कर दी गई है। श्रीलंकाई राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने संकट का दौर बताते हुए लोगों से संयम बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि हमलावरों से जुड़ी जो भी जानकारी है वह जांच एजेंसियों से साझा करे। हमला रविवार सुबह लगभग पौने नौ बजे किया गया।
विदेश मंत्री का ट्वीट
हमले को लेकर भारत ने भी चिंता जताई है। भारतीय राजदूत के माध्यम से भारत सरकार पूरे घटनाक्रम में नजर बनाए हुए हैं। यह जानकारी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट करते हुए श्रीलंका सरकार की हरसंभव मदद की घोषणा की है।