नई दिल्ली। पिछले दिनों आपने माउंट एवरेस्ट की चोटी को फतह करने जाते पर्वतारोहियों की एक तस्वीर देखी होगी, जिसके साथ यह खबर आई थी कि मौसम खराब होने के कारण दुनिया की सबसे उंची चोटी पर कई मौत हो गई हैं। माउंट एवरेस्ट को फतह करने की चाहत में हर साल कई पर्वतारोही आते हैं, लेकिन उनमें से सभी उतने खुशकिस्मत नहीं होते हैं कि वापस लौट पाएं। इनमें से कुछ हर साल बर्फीली मौत का शिकार होते हैं।
आइये जानते हैं दुनिया की ऐसी ही उन 10 सबसे खतरनाक चोटियों के बारे में जिनको चूमने की चाहत में कई लोगों ने अपनी जान गंवाई है।
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10. डेनाली
6,194 मीटर की इस चोटी को माउंट मैकिंले के नाम से भी जाता है। यह उत्तरी अमेरिका की सबसे ऊंची चोटी है। इस पर चढ़ने में 50 फीसदी पर्वतारोही ही कामयाब हो पाते हैं। यह पहाड़ अब तक 100 से ज्यादा पर्वतारोहियों की जान ले चुका है।
09. माउंट एवरेस्ट
दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर अब तक 1,500 से ज्यादा लोग चढ़ चुके हैं। ऑक्सीजन की कमी, बदलते मौसम और दर्रों से घिरी इस चोटी को छूने के चक्कर में अब तक 290 से ज्यादा पर्वतारोही मारे जा चुके हैं।
08. बाइंथा ब्राक
गिलगित बटालिस्तान की इस चोटी को भी दुनिया के सबसे दुश्वार पर्वत शिखरों में गिना जाता है। 1977 में इंसान ने पहली बार इस पर चढ़ाई की। उसके बाद 2001 में जाकर कोई पर्वतारोही इस पर चढ़ने में सफल रहा। इस चोटी से उतरना बहुत ही मुश्किल है। ज्यादातर मौतें इससे उतरते वक्त ही होती हैं।
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07. माउंट विनसन
यह अंटार्कटिका की सबसे ऊंची चोटी है। इसकी उंचाई भले ही 4,892 मीटर हो। लेकिन यह धरती के सबसे दुश्वार इलाके में है। इसकी तरफ बढ़ने में अगर जरा भी चूक हुई तो राहत और बचाव की उम्मीद भी बेमानी है।
06. मैटरहॉर्न
आप्ल्स की सबसे ऊंची चोटी न होने के बावजूद मैटरहॉर्न यूरोप की सबसे खतरनाक चोटी है। तकनीकी चढ़ाई, हिमस्खलन का खतरा और पत्थरों के टूटने का खतरा इसे यूरोप की सबसे जानलेवा चोटी बनाता है।
05. आइगर
आल्प्स की आइगर चोटी की चढ़ाई तीन तरफ से बहुत मुश्किल नहीं है। लेकिन उत्तरी दिशा से इस चोटी पर चढ़ना बहुत ही मुश्किल है। तकनीकी रूप से चोटी का नॉर्थफेस जटिल है और पत्थरों के टूटने का खतरा भी रहता है। इसे मौत की दीवार यूं ही नहीं कहा जाता।
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04. कंचनजंघा
दुनिया भी ज्यादातर चोटियों में समय के साथ मरने वालों की संख्या में कमी आई है। लेकिन कचनजंघा में इसका उल्टा हुआ है। हाल के सालों में कंचनजंघा में मरने वालों संख्या 22 फीसदी बढ़ी है। खतरनाक मौसम और हिमस्खलन अच्छे खासे पर्वतारोहियों की हालत खस्ता कर देता है।
03. नंगा पर्वत
दुनिया की नवीं सबसे ऊंची चोटी तक पहुंचने का रास्ता बहुत ही संकरा है। पर्वत के दक्षिणी हिस्से में हजारों मीटर गहरी खाई है। नंगा पर्वत को पर्वतारोही “आदमखोर” भी कहते हैं।
02. के2
दुनिया की दूसरी ऊंची चोटी के2 बेहद दुश्वार है। हर साल बहुत कम पर्वतारोही ही इसकी तरफ नजर उठाते हैं। खड़ी चढ़ाई, नुकीले कोने और बर्फ के स्तंभों से गुजरते हुए इसकी चोटी पर पहुंचा जा सकता है। तकनीकी मुश्किल इसकी चढ़ाई को दुस्साहस की श्रेणी में डालती है।
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01. अन्नपूर्णा
1950 में पहली बार इंसान इस चोटी पर चढ़ा। लेकिन तब से अब तक 130 से ज्यादा लोग ही इस पर चढ़ पाए हैं। 53 इसके रास्ते में ही मारे गए। 8,000 मीटर ऊंची इस चोटी को दुनिया का सबसे खतरनाक पर्वत शिखर कहा जाता है।