एसटीएफ की एफआईआर को सीबीआई ने पलटा

Share

परिवहन आरक्षक परीक्षा घोटाले में मध्यप्रदेश के पूर्व शिक्षा मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा समेत आठ आरोपियों को क्लीन चिट, तीन हजार से अधिक पन्नों का सीबीआई की विशेष अदालत में चालान पेश

 

भोपाल। प्रदेश में छह साल पहले जिस मामले को लेकर राजनीतिक भूचाल आया था वह हवा का गुबार निकला।मामला व्यापमं की तरफ से आयोजित परिवहन आरक्षक भर्ती घोटाले का है। इसकी एफआईआर मध्यप्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) इकाई ने दर्ज की थी। एसटीएफ ने मामले में पूर्व शिक्षा मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा, उनके ओएसडी ओपी शुक्ला समेत डेढ़ दर्जन से अधिक लोगों को आरोपी बनाया था। सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर पर जांच एसटीएफ से लेकर सीबीआई को दी गई थी। अब सीबीआई ने इस मामले में सबको चौका दिया है। सीबीआई ने लिखित में पेश चालान में अदालत से कहा है कि लक्ष्मीकांत शर्मा समेत 11 आरोपियों के खिलाफ सबूत ही नहीं मिले। इनमें कई रसूख वाले आरोपी हैं।

जानकारी के अनुसार व्यापमं की परिवहन आरक्षक 2012 परीक्षा घोटाले के मामले मेें पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा, उनके ओएसडी ओपी शुक्ला,
बिल्डर राजा तोमर, भरत मिश्रा, तरंग शर्मा, संतोष गुप्ता सहित 11 बड़े रसूखदारों को सीबीआई से क्लीन चिट मिल गई है। परिवहन आरक्षक परीक्षा घोटाले के मामले मे पेश चालान मे यह बात सामने आई है। चालान में सीबीआई ने बताया है कि पूर्व उच्च शिक्षा
मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा, उनके ओएसडी ओपी शुक्ला, बिल्डर राजा तोमर, भरत मिश्रा, तरंग शर्मा, संतोष गुप्ता, इन्द्रजीत जैन, प्रदीप-विक्रम रघुवंशी, मोहन सिंह ठाकुर और सुरेन्द्र कुमार पटेल के खिलाफ कोई सबूत नही मिले है। राजनैतिक मामलो के लिए गठित विशेष अदालत के न्यायाधीश सुरेश कुमार सिंह की अदालत मे सीबीआई के इंस्पेक्टर आशीष के चव्हान ने शनिवार को करीब ३ हजार पन्नो का चालान २३ आरोपियो के खिलाफ चालान पेश किया। इस दौरान पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा, राजा
तोमर अदालत मे मौजूद थे। कोर्ट ने फिलहाल मामले मे संज्ञान नही लिया है। मामले मे अगली सुनवाई सोमवार को होगी।

यह भी पढ़ें:   Medical college scam : स्टेट कोटे की सीट पर हुए फर्जीवाड़े के दस्तावेज एसटीएफ को सौंपे

सीबीआई ने परीक्षार्थी मनोज कोल, प्रशांत सिंह यादव, ब्रजेश मिश्रा, संदीप तिवारी, धमेन्द्र ठाकुर, अमित शर्मा, अनुराग ठाकुर, युसुफ खान, मनमोहन सिंह रघुवंशी, हेमंत रघुवंशी, दिनेश रघुवंशी, दीपक उपाध्याय, मयंक अवस्थी, पकंज शुक्ला, अभिजीत पवार, शाहिद शेख, बहादुर सिंह बघेल, रोहित यादव और व्यापम के प्रिंसिपल सिस्टम
एनालिस्ट नितिन मोहेन्द्रा-चन्द्रकांत मिश्रा के खिलाफ भ्रष्टचार निवारण अधिनियम धोखाधडी, दस्तावेेजो मे कूट रचना सहित आईटी एक्ट के तहत चालान पेश किया। व्यापम के पूर्व परीक्षा नियंत्रक पंकज त्रिवेदी-अजय कुमार सेन के खिलाफ पूर्व मे ही चालान पेश किया जा चुका है। सीबीआई की विवेचना मे राजकुमार जाटव अनुराग सागर,
और अजय सिंह को नए सिरे से आरोपी बनाया गया है।

Don`t copy text!