टीएनएन वेबसाइट पर स्टिंग्स की सुनामी और भाजपा का पर्दाफाश, देखिये वीडियो

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वेबसाइट का दावा, नोटबंदी के दौरान सीधे पीएमओ से चलता था नोट बदलने का धंधा

नई दिल्ली। चुनावी प्रचार के बीच में आए एक वेबसाइट के स्टिंग ने सियासी हलकों में तूफान खड़ा कर दिया है। स्टिंग के वीडियो में दावा किया गया है कि नोटबंदी के दौरान भाजपा के एक कार्यालय से बड़े पैमाने पर नोटों को बदलने का काम किया गया। इस दौरान वीडियो में कई लोगों के चेहरे सामने आए हैं, जिन्हें भाजपा से जुड़ा हुआ बताया गया है। साथ ही नए 2000 के नोटों की गड्डियों की लंबी कतारें दिखाई गई हैं, जिनका कुल मूल्य 50 करोड़ होने का दावा किया गया है। यह स्टिंग टीएनएन डॉट वर्ल्ड नाम की वेबसाइट ने किया है।

इस लिंक पर जाकर यह कथित स्टिंग देखा जा सकता है

जाहिर है इसके बाद भाजपा और केंद्र सरकार के विरोधियों को उस पर हमला करने का नया हथियार मिल जाएगा। द क्राइम इन्फो इस वीडियो की सत्यता का दावा नहीं करती है, लेकिन वीडियो में जो दावे किए गए हैं, जो दृश्य दिखाई दे रहे हैं, वे अपने आप में चौंकाने वाले हैं और निष्पक्ष जांच की मांग करते हैं। इस वीडियो के कुछ हिस्से वेबसाइट ने पहले भी जारी किए थे और उन्हें भाजपा ने पार्टी को बदनाम करने की साजिश करार देते हुए वेबसाइट की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए थे। ताजा मामले में वेबसाइट ने अलग—अलग जगहों पर किए गए वीडियो को एक साथ रखा है। गत 28 मार्च को आए पिछले स्टिंग वीडियो को भाजपा ने फर्जी करार देते हुए कहा था कि वह पार्टी के खिलाफ साजिश करने के लिए कांग्रेस के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि भाजपा कानूनी सलाह ले रही है। भाजपा को बदनाम के लिए जो संस्थान और लोग इस साजिश में शामिल हैं, हम उन्हें अदालत लेकर जाएंगे।

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स्टिंग में दिखाया गया है कि नोटबंदी के समय बड़े पूंजीपतियों और राजनीतिक गलियारों में पहुंच वालों ने बड़े पैमाने पर कालेधन को सफेद करने का काम किया था। यह स्टिंग अलग-अलग समय पर की गई हैं। स्टिंग के शुरुआती हिस्से में राहुल राथरेकर से बात बात करने वाले व्यक्ति का चेहरा नहीं दिखाया गया है। राहुल ने उसे पूरे स्टिंग की जानकारी दी है। वीडियो कुल मिलाकर 9 मिनट 20 सेकेंड का है। इसे सुनामी ऑफ स्टिंग्स मोदी बीजेपी अनमास्क्ड नाम दिया गया है।

वीडियो में एक जगह कुछ लोगों को एक गोदाम में ले जाया गया है। इसमें घुसने से पहले सभी के मोबाइल बाहर ही रखवा लिए जाते हैं। साथ ही उन्हें चेतावनी दी जा रही है कि अगर कोई मोबाइल नहीं रखा तो उसको खत्म कर दिया जाएगा। स्टिंग में गोदाम के भीतर टीन के कई बक्से में 2000 के नोटों की गड्डियां दिखाई गई हैं।

स्टिंग में अलग-अलग वीडियो को जोड़ा गया है। इसमें एक जगह पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह का नाम भी लिया गया है। ठीक उसी वक्त नितिन पटेल का नाम आता है। स्टिंग में जिस राहुल राथरेकर नाम का जिक्र है उसकी पृष्ठभूमि खुफिया एजेंसी रॉ की बतायी गई है। बताया गया है कि उसके आईडी कार्ड के जरिये उसे केंद्रीय सचिवालय तक में घुसने की परमिशन है।

स्टिंग में किए गए कुछ दावे
— नोटबंदी के दौरान नोट बदलने का काम सीधे पीएमओ से संचालित किया गया।
— पीएमओ में नोट बदलने के लिए एक विंग बनाई गई थी। इसका प्रमुख निपुण शरण नामक व्यक्ति को बनाया गया था। हालांकि यह उसका असली नाम नहीं था।
— इस विंग में 26 युवक—युवतियों को पूरे देश में नोटों के बदलने के कार्यक्रम को संयोजित करने की जिम्मेदारी दी गई थी। इसमें 22 पुरुष और 4 महिलाएं थीं।
— इन सबका नियंत्रण सीधे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के हाथ में था।
— सभी 26 लड़के-लड़कियों को आरबीआई के विभिन्न केंद्रों पर तैनात किया गया था।
— अगर जमीन पर कहीं पुलिस या अन्य जांच एजेंसियों के लोग इस विंग से जुड़ी गाड़ी या किसी गतिविधि को रोकने की कोशिश करते थे, तो उनके पास कहीं से ऐसा न करने का संदेश आ जाता था।
— दावे के मुताबिक, 1-1 लाख करोड़ रुपए की पहली तीन श्रृंखला नकली नोटों की थीं जिन्हें कहीं बाहर छपवाकर एयरफोर्स के ट्रांसपोर्ट प्लेन से हिंडन एयरपोर्ट पर पहुंचाया गया।
— नोट बदलने के लिए पहले रेट 15 प्रतिशत था। बाद में उसे बढ़ाकर 35-40 प्रतिशत कर दिया गया। इसकी वसूली नोट बदलने के दौरान ही कर ली जाती थी।
— पूर्व गवर्नर उर्जित पटेल के हस्ताक्षर वाली करेंसी को नवंबर से छह महीने पहले ही प्रिंट कर लिया गया था और चुनिंदा राजनेताओं और बड़े कारोबारियों के नोट बदलने का काम उसी समय शुरू हो गया था।

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