14 महीने बाद महबूबा मुफ्ती को मिली आजादी
भोपाल। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) को रिहा कर दिया गया है। 14 महीने बाद मंगलवार शाम महबूबा की रिहाई हुई। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35 ए हटाने से पहला जनसुरक्षा अधिनियम के तहत महबूबा मुफ्ती समेत कई नेताओं को नजर बंद किया गया था। नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारुख अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर अबदुल्ला को 7 महीने बाद मार्च में रिहा किया गया था। रिहा होते ही महबूबा मुफ्ती ने ऑडियो संदेश जारी किया है। 1 मिनट 23 सेकेंड के ऑडियो में मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 की बहाली के लिए संघर्ष करने की बात कही है। मुफ्ती ने कहा कि –
‘मैं आज एक साल से भी ज्यादा अर्से के बाद रिहा हुई हूं। इस दौरान 5 अगस्त 2019 के उस काले दिन का काला फैसला हर पल मेरे दिल और रूह पर हर पल वार करता रहा। मुझे एहसास है कि यही कैफियत जम्मू-कश्मीर के लोगों की रही होगी। हम में से कोई भी शख्स उस दिन की बेइज्जती को भूल नहीं सकता।’
दिग्विजय ने किया स्वागत
जम्मू-कश्मीर में हुए राजनीतिक घटनाक्रम पर देशभर की निगाह रहती है। लिहाजा महबूबा की रिहाई पर राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने भी ट्वीट। उन्होंने लिखा कि- ‘मेहबूबा मुफ़्ती को रिहा किया गया मैं स्वागत करता हूँ। लेकिन १ वर्ष पहले के हालात और ३७० हटाने से अब, क्या आतंकवाद समाप्त हो गया? क्या काश्मीर के हालातों में कोई सुधार हुआ है? लगता तो नहीं है।‘
’ और मेहबूबा जी भी ऐसी शक्सियत जिसे भाजपा ने समर्थन दे कर J&K का मुख्यमंत्री बनाया था। यह लोग किसी के सगे नहीं हैं “मैं मेरा और अपना” यही इनकी रणनीति है और यही राजनीति है। बस इनका भला होता रहे बाक़ी जाएँ जहन्नुम में।नितीश जी होशियार ख़बरदार अब आप Radar पर हैं।‘
नरोत्तम ने कसा तंज
दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर मध्यप्रदेश के गृह मंत्री ने बयान जारी करते हुए तंज कसा। उन्होंने कहा कि वाह.. दिग्विजय जी वाह! आपने कश्मीर में महबूबा मुफ्ती की रिहाई पर खुशी जताई है लेकिन अनुच्छेद 370 हटने पर आप खुश नहीं हुए थे। इससे आपकी असल मानसिकता पता चलती है।
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