मुख्य आरोपी के साथ पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का फोटो वायरल
धार। Manawar Mob Lynching Case, Dhar Mob Lynching Case मनावर के बोरलाई गांव (Borlai Gaon) में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के दूसरे दिन सरकार एक्शन में नजर आ रही है तो वहीं भारतीय जनता पार्टी बैकफुट पर आ गई है। घटना के पीछे भाजपा नेता रमेश जूनापानी (Ramesh Junapani) की मुख्य भूमिका सामने आने के बाद सियासी पारा चढ़ गया है। पुलिस ने सरपंच और भाजपा नेता रमेश जूनापानी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। रमेश पर बच्चा चोरी की अफवाह फैलाने और भीड़ को उकसाने का आरोप है। घटना के वक्त जब भीड़ 6 लोगों पर कहर बनकर टूट रही थी, तब रमेश जूनापानी भीड़ का नेतृत्व कर रहा था। सामने आए वीडियो में भी रमेश पीली शर्ट पहने नजर आ रहा है। बुधवार को घटना की खबर सामने आते ही विपक्ष हमलावर हो गया था। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तो यहां तक कह दिया था कि प्रदेश को तालिबानी प्रदेश बनाया जा रहा है। अब उनके साथ ही आरोपी रमेश जूनापानी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रहीं है। रमेश जूनापानी जनपद सदस्य भी रह चुका है, उसने गंधवानी विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट की भी मांग की थी। वहीं प्रदेश के मंत्री गोविंद सिंह, जीतू पटवारी, तुलसी सिलावट ने विपक्ष को कटघरे में खड़ा किया है।
लापरवाही की सजा
मामले में पुलिस की गंभीर लापरवाही सामने आई है। जानकारी के मुताबिक पीड़ित पक्ष पुलिस को जानकारी देने के बाद ही वसूली के लिए खिडकिया गांव गया था। पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया, लिहाजा इतनी बड़ी घटना हो गई। वहीं घटना के वीडियो में भी दो या तीन पुलिस वाले दिखाई दे रहे है। इससे साबित होता है कि सूचना मिलने के बाद भी पुलिस बल भेजने की बजाए खानापूर्ति की गई थी। लिहाजा तिरला थाना टीआई युवराज सिंह, एएसआई नंदलाल सलोने, कांस्टेबल चंद्र प्रकाश, नबल सिंह और राघवेंद्र सिंह को निलंबित कर दिया गया है। घटना की जांच के लिए एसआईटी घटित कर दी गई है। आईजी विवेक शर्मा गुरुवार को बोरलाई गांव पहुंचे थे, उन्होंने घटनास्थल का जायजा लिया।
भाजपा सरपंच समेत 5 गिरफ्तार
एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने कहा कि मामले में सरपंच और भाजपा नेता रमेश जूनापानी, सत्या पिता तसल्लया, गलिया पिता भूरा निवासी भूतिया समेत 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि हादसे के वक्त भाजपा सरपंच वहां उपस्थित था और भीड़ को भड़काने का काम कर रहा था। मंत्री तुलसी सिलावट ने बताया कि वीडियो के आधार पर 30-40 आरोपियों को चिन्हित कर लिया गया है। जल्द ही उनकी भी गिरफ्तारी होगी। वहीं जानकारी के मुताबिक घटना को अंजाम देने के बाद बोरलाई गांव के पुरुष गांव छोड़कर भाग निकले है। गांव में केवल महिलाएं और बच्चे बचे है।
यह है मामला
उज्जैन जिले के लिंबी पिपलिया गांव के पांच खेत मालिकों ने धार जिले के खड़किया गांव के कुछ लोगों को मजदूरी के लिए रखा था। इसके एवज में 50 हजार रुपए एडवांस भी दिए थे। कुछ दिन मजदूरी करने के बाद ये लोग भाग गए। इसी राशि को लेने के लिए खेत मालिक दो कारों में सवार होकर बुधवार सुबह खड़किया पहुंचे। यहां ग्रामीणों ने पत्थरों से उन पर हमला कर दिया। वे जान बचाकर मनावर के बोरलाई गांव पहुंचे तो खड़किया के लोगों ने फोन कर अफवाह फैला दी कि वे बच्चा चोरी कर भागे हैं। हाट बाजार होने से बोरलाई में काफी भीड़ थी। उन्होंने किसानों की गाड़ियां देखते ही लाठी और पत्थरों से हमला कर दिया। 500 से ज्यादा लोगों की भीड़ ने बेरहमी से दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। किसी ने भी मदद नहीं की। लोग वीडियो बनाते रहे। इतना ही नहीं, गुस्साई भीड़ ने दोनों कारों में तोड़फोड़ कर आग लगा दी।
गणेश की शवयात्रा में शामिल हुए हजारों लोग
गुरुवार सुबह शिवखेड़ा गांव में गणेश पिता मनोज पटेल की शवयात्रा निकाली गई। इसमें हजारों लोग शामिल हुए। ग्रामीणों के अनुसार, शिवखेड़ा गांव की आबादी लगभग एक हजार है। लेकिन, शवयात्रा में दो हजार से अधिक लोग थे। शिवखेड़ा के सरपंच उमराव सिंह चौहान के अनुसार, गणेश का शव बुधवार रात को ही गांव में पहुंच गया था। गणेश के पिता की 20 साल पहले मृत्यु हो गई थी। उसके पास 18 बीघा जमीन है, जिस पर वह खेती का कार्य करता था। उसके घर में दादी शांतिबाई, मां भूरीबाई, पत्नी शिवानी और 3 साल की बेटी अनन्या है जिन्हें गुरुवार सुबह ही हादसे के बारे में बताया गया। गणेश का अंतिम संस्कार चाचा के लड़के शुभम पटेल ने किया।
इंदौर में चल रहा घायलों का इलाज
घटना में गंभीर घायल 5 किसानों का इलाज इंदौर के चौइथराम अस्पताल में चल रहा है। जगदीश राधेश्याम शर्मा (45), नरेंद्र सुंदरलाल शर्मा (42), विनोद तुलसीराम मुकाती (43), रवि पिता शंकरलाल पटेल (38) को इंदौर लाया गया है। इनमें से रवि की हालत गंभीर है। गुरुवार सुबह घायलों से मिलने पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट ने इस घटना को मानवता को शर्मसार करने वाली बताया। उन्होंने कहा कि घायलों का इलाज प्रदेश सरकार करवाएगी। मंत्री ने मृतक के परिवार को 2 लाख रुपए की सहायता राशि दिए जाने की घोषणा भी की। सभी पांचों किसान उज्जैन जिले के लिंबी पिपलिया गांव के हैं। जबकि गणेश पटेल शिवखेड़ा गांव का था। वहीं, खेल मंत्री जीतू पटवारी गुरुवार को उज्जैन जिले के लिंबी पिपलिया गांव पहुंचे और पीड़ित परिवार से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर भी भाजपा राजनीतिक रोटियां सेंक रही है।