सीबीआई के बाद आयकर टीम की फजीहत, भोपाल-इंदौर में कार्रवाई वाली जगह पुलिस पहुंची, सीआरपीएफ और पुलिस अफसरों के बीच टकराव
भोपाल। प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के ओएसडी प्रवीण कक्कड़, निज सहायक आरके मिगलानी के यहां पड़े आयकर छापे के बाद रविवार शाम को विवाद की स्थिति बन गई। आरोप है कि इन दोनों जगहों पर मध्यप्रदेश के पुलिस अफसर केन्द्रीय सुरक्षा बलों को रोकने पहुंचे थे। केन्द्रीय बल इन्हें पूछताछ के लिए दिल्ली ले जाना चाह रहा था।
जानकारी के अनुसार अश्विनी शर्मा के प्लेटिनम प्लाजा में भारी रकम आयकर विभाग को मिली है। जिसके बाद वहां नोट गिनने की मशीन को बुलाया गया। शाम होते-होते कार्रवाई खत्म होने लगी। जिसके बाद विवाद की स्थिति बनी। आरोप है कि पुलिस अश्विनी शर्मा और इंदौर में प्रवीण कक्कड़ को दिल्ली ले जाने से रोकना चाह रही थी। इधर, टीटी नगर थाने में मीडिया को बुलाकर अफसरों ने अपने बचाव में कुछ देर बाद बयान देना शुरू किया। हालांकि तब तक यह समाचार सुर्खियों में आ चुका था। उल्लेखनीय है कि इससे पहले बंगाल में सीबीआई अफसरों और पुलिस के बीच टकराव की स्थिति बन गई थी। उस वक्त सीबीआई शारदा चिटफंड घोटाले की जांच करने के लिए कोलकाता पुलिस कमिश्नर के बंगले पर पहुंची थी।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
इंदौर और भोपाल में दोनों जगहों पर हुई कार्रवाई के बाद पुलिस और सीआरपीएफ के बीच बातचीत से जुड़े वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए। इसमें प्लेटिनम प्लाजा में सीएसपी भूपेन्द्र सिंह, उमेश तिवारी और अन्य अफसरों के बीच विवाद के वीडियो सामने आए। आरोप है कि सीआरपीएफ के जवानों ने पुलिस अफसरों से धक्का-मुक्क्की जिसके बाद यह स्थिति बनी। इधर, इंदौर में एसएसपी रूचि वर्द्धन मिश्रा कक्कड़ के बंगले पर पहुंची। यहां सीआरपीएफ के जवान ने अफसरों से बात कराई। इससे पहले सीआरपीएफ जवान ने एसएसपी को प्रवेश देने से इनकार करते हुए गेट के बाहर ही खड़े रखा।
हरकतों का जवाब देगी जनता: कमलनाथ
पुलिस अफसरों और सीआरपीएफ अफसरों के आमने-सामने आने के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी मीडिया को बयान जारी किया। यह बयान उनके मीडिया प्रभारी नरेन्द्र सलूजा की तरफ से आया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आयकर छापों की सारी स्थिति अभी स्पष्ट नहीं हुई है। सारी स्थिति स्पष्ट होने पर ही इस पर कुछ कहना उचित होगा। लेकिन, पूरा देश जानता है कि संवैधानिक संस्थाओ का किस तरह व किन लोगों के खिलाफ कैसे इस्तेमाल यह लोग पिछले 5 वर्षों में करते आये है। इनका उपयोग कर डराने का काम करते है। जब इनके पास विकास पर, अपने काम पर कुछ कहने को, बोलने को नहीं बचता है तो ये विरोधियों के खिलाफ ऐसे हथकंडे अपनाते है। कई राजनैतिक दल व कई राज्य पिछले 5 वर्ष में इनके द्वारा अपनाये गये हथकंडो के गवाह है। हम भी इसके लिये तैयार थे। प्रदेश की जनता सब सच्चाई जानती है। आगामी लोकसभा चुनाव में प्रदेश की जनता इन हरकतों का मुँहतोड़ जवाब देगी।
भोपाल पुलिस इलाके में फ्लैग मार्च कर रही थी। तभी प्लेटिनम प्लॉजा के सामने भीड़ दिखाई दी। हमसे रहवासियों और व्यापारियों ने अपील की। जिसके बाद आयकर अफसरों से गुजारिश की गई थी कार्रवाई से जनता को असुविधा न हो ऐसा बंदोबस्त किया जाए। अफसरों से यह भी कहा गया कि कानून-व्यवस्था के लिए वह मदद के लिए तैयार हैं।उमेश तिवारी, सीएसपी, टीटी नगर संभाग