दिग्विजय और सिंधिया गुटों के बीच चले लात घूंसे, देखें वीडियो

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मुरैना में कांग्रेस की तरफ से घोषित सांसद उम्मीदवार के लिए आयोजित बैठक में निकलकर आई गुटबाजी, दोनों गुटों को पुलिस ने खदेड़ा

मुरैना। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक एक-दूसरे पर टूट पड़े। कांग्रेस की तरफ से मुरैना के सांसद प्रत्याशी रामनिवास रावत के घोषित होने के बाद रविवार को बैठक के बाद यह गदर हुआ। इस संघर्ष में कई कार्यकर्ताओं के कपड़े भी फट गए। हालांकि पार्टी का मामला होने के चलते कोई प्रकरण दर्ज नहीं किया गया।


जानकारी के अनुसार रविवार को गांधी कॉलोनी के गांधी मैरिज होम में बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में यह मुद्दा उठकर सामने आया कि जिले में कुछ कार्यकर्ता ऐसे हैं जो पार्टी की बजाय व्यक्ति के लिए काम करते हैं। इसी बीच दूसरे गुट ने कहा कि कुछ लोग ऐन चुनाव के वक्त अपने नेताओं के संसदीय क्षेत्र में काम करने चले जाते है। इस कारण मुरैना में कांग्रेस को हमेशा शिकस्त का सामना करना पड़ा। यहां से शुरू हुआ विवाद बैठक के बाद हाथापाई में बदल गया।


बैठक में प्रबल प्रताप सिंह मावई थे जो दिग्विजय सिंह के खेमे के बताए जाते हैं। वहीं पूर्व अध्यक्ष मनोज पाल सिंह यादव समेत अन्य मौजूद थे। यादव सिंधिया गुट के बताए जा रहे हैं। पुलिस ने दोनों गुटों को बीच-बचाव भी किया। जब कार्यकर्ता नहीं माने तो उन्हें खदेड़ा गया। बताया जाता है कि जिला कांग्रेस अध्यक्ष राकेश मावई ने भी विवाद कर रहे कार्यकर्ताओं को हटाने की बजाए उकसाने का काम किया। मौके पर पुलिस अधीक्षक असित यादव समेत अन्य अफसर पहुंच गए थे। सूत्रों ने बताया कि जिला कांग्रेस अध्यक्ष राकेश मावई के चाचा पूर्व विधायक स्व.सोबरन सिंह मावई के पुत्र प्रबल प्रताप मावई हैं जो बीते विधानसभा चुनाव के बाद सिंधिया खेमा छोड़कर दिग्विजय खेमे में शामिल हो गये हैं। जबकि मनोज पाल यादव सिंधिया खेमे में प्रमुख सिपहसालार हैं। हालांकि प्रबल प्रताप मावई और मनोजपाल यादव इस झगड़े को परिवार का झगड़ा बता रहे हैं। इस संबंध में पुलिस ने कुछ भी कहने से इन्कार कर दिया है।

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