Political Crime : सागर गैरे रेस्टोरेंट से भाजपा के पूर्व विधायक गिरफ्तार

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कार्यकर्ताओं के बीच पूर्व विधायक सुरेन्द्र नाथ सिंह

गुमठी हटाने या बिजली का बिल मांगने पर बीच चौराहे पर सरकारी अफसरों को नंगा करके पीटने की धमकी, मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ भी की गई थी अमर्यादित टिप्पणी

भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक सुरेन्द्र नाथ सिंह को शुक्रवार दोपहर (Political Crime) गिरफ्तार कर लिया गया। उनके खिलाफ टीटी नगर थाने में गुरुवार रात एफआईआर दर्ज हुई थी। यह एफआईआर रोशनपुरा चौराहे पर हुए प्रदर्शन के दौरान विवादास्पद बयान देने पर हुई थी। पूर्व विधायक को माता मंदिर के नजदीक सागर गैरे रेस्टोरेंट से हिरासत में लिया गया।
सीएसपी टीटी नगर संभाग उमेश तिवारी ने बताया कि सुरेन्द्र नाथ सिंह के (Political Crime) खिलाफ मामला दर्ज हैं। उन्हें जिला अदालत में पेश किया गया है। इससे पहले जिला अदालत को पुलिस ने छावनी में तब्दील कर दिया था। उनके सैंकड़ों समर्थक जिला अदालत के पास मौजूद थे। इससे पहले विधानसभा में सुरेन्द्र नाथ सिंह के दिए बयान को लेकर कांग्रेस पार्टी के विधायक नाराज होकर गर्भगृह पहुंच गए। यहां वे नारेबाजी करते हुए पूर्व विधायक से सार्वजनिक माफी मांगने की अपील करने लगे। दरअसल, पूर्व विधायक ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को लेकर सभा के दौरान अमर्यादित टिप्पणी करने पर कांग्रेस विधायक नाराज थे। यहां कार्यकर्ता अलग-अलग समाचार पत्रों को लहराते हुए नारेबाजी कर रहे थे। विरोध रूका नहीं तो विधानसभा की कार्रवाई दस मिनट के लिए रोकनी पड़ी। दोबारा सदन शुरू हुआ तो वह विरोध बरकरार रहा। इस कारण विधानसभा की कार्रवाई फिर पंद्रह मिनट के लिए रोकनी पड़ी। विधानसभा से निकलकर मंत्री और विधायक गांधी प्रतिमा के नीचे एकत्र हो गए। यहां नारेबाजी की जाती रही। इसके अलावा एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने भी टीटी नगर थाने का घेराव किया।

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यह थी वजह
पूर्व विधायक सुरेन्द्र नाथ सिंह पिछले एक महीने से गुमठी हटाने के खिलाफ मोर्चा खोले हैं। यह गुमठी एमपी नगर जोन-1 की है। इसे न हटाने की मांग को लेकर विरोध स्वरूप पैदल मार्च पूर्व विधायक ने निकाला था। इस दौरान उन्होंने सरकार का खून (Political Crime) पी लेने और मुख्यमंत्री कमलनाथ को धमकाते हुए मंत्रालय पर कब्जा करने की बात की जा रही थी। यह बकायदा लाउड स्पीकर से कहा जा रहा था। जिसके बाद मीडिया रिर्पोटिंग की गई। इस मामले ने तूल पकड़ा और वह गिरफ्तारी पर जाकर थमा। इधर, भाजपा नेताओं के बीच पूर्व विधायक अलग—थलग पड़ गए हैं। भाजपा के कुछ नेता समर्थन में हैं तो कुछ टिप्पणी पर विरोध जता रहे हैं।

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