राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जताया दुख
उत्तराखंड। उत्तराखंड (Uttrakhand) के रुद्रप्रयाग में प्रकृति का एक भयानक मंजर (Natural Calamity) से जिला दहल गया। यहां एक पहाड़ की चटृान टूटकर गिर गई। इस चट्टान के नीचे दबकर आठ लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। हादसा गौरीकुडं राष्ट्रीय राजमार्ग पर फाटा से लगभग पांच किमी आगे चंडीकाधार में हुआ। हादसे पर राज्यपाल बेबी रानी मौर्य (Baby Rani Mourya) और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (Trivendra Singh Ravat) ने दुख जताया है। यह प्राकृतिक हादसा उत्तराखंड के रूद्रप्रयाग में 19 अक्टूबर की रात को हुआ था। पहाड़ का बड़ा टुकड़ा खसकने से यह हादसा हुआ।
हादसे के समय मौजूद लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने सूचना मिलते ही एसडीआरएफ (State Disaster Rescue Force) की टीम को खबर दी। राहत की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हादसा शनिवार देर शाम करीब 8 बजे फाटा से लगभग पांच किमी आगे चंड़ीकाधार में हुआ। जब चट्टान गिरी उस वक़्त एक बाइक और कार चपेट में आ गई। दो बाइक पर पांच लोग थे वहीं कार में तीन लोग थे। चट्टान से टकराने के बाद यह लोग खाई में जा गिरे। जबकी एक अन्य कार में सवार लोगों का अनुमान नहीं लगा पाए है।
पुलिस ने बताया कि तीन गंभीर रूप से घायल लोगों को एसडीआरएफ टीम की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। कार व अन्य लोगों की खोजबीन अभी भी जारी है। उन्होंने बताया कि चट्टान कड़ी होने के कारण बचाव और राहत कार्य में परेशानी आ रही है। चट्टान को तोड़ने के लिये भारी मशीनों का प्रयोग किया जा रहा है । हादसे के समय वाहन सोन प्रयाग से रुद्रप्रयाग की ओर आ रहे थे। हादसे के शिकार तीन लोगों की शिनाख्त हो चुकी है। जिनमें से एक रुद्रप्रयाग जबकि दो ऋषिकेश के निवासी थे। पुलिस ने बताया कि हादसे से राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस हादसे पर दुख जताया है।