Satya Pal Malik News: जम्मू—कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाते वक्त रहे राज्यपाल ने यह बयान देकर मोदी सरकार के खिलाफ बढ़ाई मुश्किलें
बागपत। देश में दो साल बाद आम चुनाव होना हैं। इसकी तैयारियां सभी पार्टियों ने शुरू कर दी है। आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी समेत कई नेता सक्रिय हो गए हैं। हालांकि तैयारियां भारतीय जनता पार्टी भी कर रही है। जिसकी शुरूआत गुजरात चुनाव से हो गई है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी को उसके ही चर्चित चेहरे उसके लिए मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं। हम बात कर रहे हैं मेघालय के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Satya Pal Malik News) की। वे जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाते वक्त वहां के राज्यपाल थे। जाहिर है कि वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रशंसकों की सूची में शामिल रहे होंगे। लेकिन, उनका ताजा बयान बताता है कि वे नाराज चल रहे हैं। दरअसल, उन्होंने अपने गृह नगर बागपत जिले में कहा है कि वे भविष्य में होने वाले चुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल की मदद करेंगे। इस बयान के राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं जो भाजपा के पक्ष में नहीं हैं।
किसानों के बच्चे का भविष्य किया खराब
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार राज्यपाल पद से सेवानिवृत्त होने के बाद सत्यपाल मलिक बागपत स्थित अपने पैतृक गांव हिसावदा में पहुंचे थे। यहां बुधवार को ग्रामीणों ने उनका सम्मान भी किया। इसके बाद उन्होंने सभी के साथ सहभोज किया। उन्होंने यहां कहा कि यह सरकार किसान विरोधी है। भावी योजना के बारे में मलिक ने कहा मैं कोई राजनीतिक पार्टी ज्वाइन नहीं करूंगा, न चुनाव लडूंगा, लेकिन किसानों की लड़ाई जरूर लडूंगा। इस लड़ाई में चौधरी चरण सिंह का पोता होने के कारण जयंत सिंह और मुलायम सिंह का बेटा होने के कारण अखिलेश यादव की मदद करूंगा। पूर्व राज्यपाल मलिक ने बतौर राज्यपाल अपने अनुभव को बेहतर बताते हुए कहा कि उन्हाेंने पूरी ईमानदारी से काम किया। जब जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को खत्म किया, तो महबूबा मुफ्ती कहती थी कि यहां खून की नदियां बह जाएंगी। एक गोली भी नहीं चलानी पड़ी। आगे मलिक ने कहा मुझ पर भी ये लोग कुछ जरूर करेंगे। जम्मू-कश्मीर की सभी फाइलों की जांच करा लो या तलाशी ले लो, लेकिन मेरा कुछ होगा ही नहीं। मैं फकीर आदमी हूं, मेरे यहां धेला नहीं मिलेगा। देश की समस्याओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि महंगाई और बेरोजगारी से लोग पहले ही परेशान हैं। किसानों को गन्ने की बकाया भुगतान नहीं मिल रहा और उसके दाम भी नहीं बढ़ रहे। अब अग्निवीर योजना लाकर किसानों के बच्चों का भविष्य भी खराब कर दिया।