नोयडा सायबर सेल ने गिरोह चलाने वाले 47 लोगों को किया गिरफ्तार
नोयडा। देश में जैसे—जैसे ई—बैंकिंग (E-Banking) का विस्तार हो रहा है तो जालसाज उसको अपना धंधा बना रहे हैं। यकीन नहीं हैं तो यह समाचार ध्यान से पढ़िएगा। हो सकता है कभी न कभी आपके पास भी इन लोगों ने आपसे संपर्क किया हो। दरअसल, नोयडा (Noida) सायबर सेल ने एक ऐसे रैकेट का पर्दाफाश किया है जो फ्लिपकार्ट (Flipcart) के नाम से कारोबार कर रहा था। इस गिरोह में एक नहीं बल्कि 47 लोग शामिल थे।
यह खुलासा एसएसपी गौतम बुद्ध नगर (SSP Gautam Budha Nagar) वैभव कृष्ण (Vaibhav Krishna) ने किया है। उन्होंने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी बुधवार शाम की गई थी। गिरफ्तारी नॉलेज पार्क थाना (Knowledge Park) क्षेत्र से की गई है। यह गिरफ्तारियां नोयडा के सेक्टर—6 और 7 इलाके से की गई। पुलिस को सूचना मिल रही थी कि यहां से दो फर्जी कॉल सेंटर (Fake Call Center) चल रहे हैं। इस सूचना पर तस्दीक के बाद रैकी की गई। सूचना सही पाने के बाद यहां टीम ने एक साथ छापे मारे। आरोपियों को गिरफ्तार करके उनसे पूछताछ की जा रही है।
ऐसे करते थे फर्जीवाड़ा
एसएसपी ने बताया कि आरोपी फ्लिपकार्ट (Flipcart) का कर्मचारी बनकर लोगों को फोन करते थे। फिर उन्हें शॉपिंग में छूट, लॉटरी निकलने, कैशबैक (Cashback) जैसे लालच देते थे। उनसे फिर ओटीपी लेकर रकम ऐंठने का काम करते थे। यह चैन कई शिफ्ट में काम करती थी। हर नेटवर्क में एक मुखिया होता था जो अलग—अलग काम करता था।
यह है आरोपी
पुलिस ने इस मामले में 47 लोगों को गिरफ्तार किया हैं। जिन्हें गिरफ्तार किया गया हैं उनमें नसरीन, अंशु, शशि, प्रेमलता, अंकिता, जितेंद्र, राहुल, आशीष तवर, साजिद, किशन, बाबू कुमार, आशीष, चंदन, आकाश, विकास सिंह, कृष्ण, सनोवर, दीपिका, मौसम कुमारी, साजिया मलिक, रशीदा, प्रवीण, प्रीति, अनीता तिवारी, अरुणा, प्रीति, दिलीप, सरोज, नंदन, राधिका, शिप्रा, मानवीय, हिमांशी, प्रिया, बंदना, पीहू और अन्य हैं। कॉल सेंटर का मालिक दिलीप है। वह विकास और कृष्णा की मदद से यह कारोबार चला रहा था। इसके लिए कई फर्जी सिम भी खरीदे गए थे।