अवैध वसूली करने के एक मामले में बाराबंकी एसपी नाप दिये गए, नए एसपी के लिये चुनाव आयोग को भेजे गए तीन नाम
बाराबंकी। यह समाचार भारतीय सिस्टम में फैल रहे भ्रष्टाचार की कलई खोल रहा है। जिले के एक एसपी ने एक-दो नहीं पूरे 65 लाख रुपये की उगाही कर डाली। वह भी एक कारोबारी की कंपनी बंद कराने की धमकी देकर। हालांकि मामला दब नहीं सका अब एसपी को अपनी नौकरी बचाने के लाले पड़ गये हैं। बाराबंकी एसपी को निलंबित कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार चुनाव आयोग से अनुमति मिलने के बाद 65 लाख रुपये वसूली के मामले में बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक डॉ. सतीश कुमार को निलंबित किया गया है। बाराबंकी साइबर क्राइम सेल प्रभारी अनूप कुमार यादव द्बारा की गई वसूली में एसपी आफिस की भूमिका संदिग्ध पायी गई।जिस पर उनके खिलाफ कार्यवाही की गई।
नए पुलिस आधीक्षक की तैनाती के लिये चुनाव आयोग के लिये तीनों नाम का पैनल दिया गया है।
ऐसा बताया जा रहा है कि शाम तक नए एसपी की तैनाती हो जाएगी। ये है पूरा मामला (विश्वास ट्रेडिंग कंपनी )के शंकर गायन ने लखनऊ में हजरतगंज कोतवाली में मामला दर्ज करवाया साइबर क्राइम सेल के प्रभारी अनूप कुमार यादव व उनके साथियों पर 65 लाख रुपये की वसूली का आरोप लगाया था।
आरोप था कि अनूप ने कंपनी के प्रसनजीत सरदार, शंकर गायन और धीरज श्रीवास्तव को कंपनी के खिलाफ दर्ज धोखाधड़ी के मामले की जांच के बहाने दस्तावेज के साथ 10 जनवरी को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में बुलाया, वहां से अपने आवास ले जाकर 65 लाख की मांग की साथ कंपनी बंद कराने की धमकी दी। उन्होंने डर के चलते 65 लाख रुपये दे दिए। जिसके लिए अनूप ने 11 जनवरी को फिर बुलाया और जेल भेज दिया। राज्य सरकार विश्वास ट्रेडिंग के खिलाफ मामला दर्ज धोखाधड़ी के मामले की जांच ईओडब्ल्यू को सौंप दी गई।