इंदौर ने लगाया सफाई का चौका, लगातार चौथी बार बना नंबर वन

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स्वच्छता रैंकिंग में भोपाल 7 वें नंबर पर, छोटे शहरों में अंबिकापुर ने मारी बाजी

Indore Number 1
फाइल फोटो

भोपाल। राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण (Swachh Survekshan awards 2020) में मध्यप्रदेश के इंदौर (Indore Number 1) ने चौका लगा दिया है। लगातार चौथी बार इंदौर, सफाई में नंबर वन बना है। प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर के प्रशासन, सफाईकर्मियों और रहवासियों की मेहनत रंग लाई है। गुरुवार को हाउसिंग और अर्बन अफेयर्स मीनिस्टर भारत सरकार हरदीप सिंह पुरी ने स्वच्छ सर्वेक्षण अवॉर्ड 2020 का ऐलान किया। देश में सबसे साफ शहरों की सूचि में टॉप टेन में मध्यप्रदेश के दो शहरों ने जगह बनाई है। राजधानी भोपाल 7 वें नंबर पर है। वहीं ग्वालियर 13 वें नंबर पर है।

छोटे शहरों में अंबिकापुर नंबर वन

स्वच्छता सर्वेक्षण अवार्ड में छत्तीसगढ़ को भी दोहरी सफलता मिली है। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर ने छोटे शहरों की सूचि में नंबर वन पर जगह बनाई है। वहीं सबसे साफ छोटे शहरों में बिलासपुर 11 वें नंबर पर है। मध्यप्रदेश के खरगौन 5 वें नंबर पर है। वहीं उज्जैन 12 वें नंबर पर है। छत्तीसगढ़ का रायगढ़ 13 वें नंबर पर है।

इंदौर से लेकर मंत्रालय तक हर्ष का माहौल

इंदौर ने लगातार चौथी बार मध्यप्रदेश का नाम देशभर में रोशन किया है। लिहाजा प्रदेशस्तर पर खुशियां मनाई जा रही है। इंदौर की महापौर मालिनी गौड़ ने खुशी जाहिर की है। वहीं सांसद शंकर लालवानी ठुमके लगाते नजर आए है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के ट्वीट भी आए है।

मुख्यमंत्री का ट्वीट

इंदौर ने बढ़ाया देश व प्रदेश का मान चौथी बार मिला सबसे स्वच्छ शहर का सम्मान -स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में मध्यप्रदेश के इंदौर को चौथी बार देश के सबसे स्वच्छ शहर का खिताब मिला -इंदौर ने देश के 4242 शहरों को पीछे छोड़कर इतिहास रचा है।

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सफाईकर्मियों को मिले सम्मान- कमलनाथ

कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा कि-

मैं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से माँग करता हूँ कि राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण – 2020 में पुरस्कार पाने वाले प्रदेश के सभी शहरों के सभी सफ़ाई कर्मियों को यह पुरस्कार समर्पित करते हुए, उन्हें सम्मान स्वरुप प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की जावे क्योंकि इन पुरस्कारों के असली हक़दार वे ही है , जिन्होंने अपनी रात – दिन की मेहनत से इन शहरों को मूर्त रूप प्रदान किया।

मैंने अपनी सरकार में पिछले वर्ष स्वच्छता सर्वेक्षण- 2019 में पुरस्कार पाने वाले प्रदेश के शीर्ष शहरों के सभी सफ़ाई कर्मियों को यह पुरस्कार समर्पित करते हुए उन्हें प्रोत्साहन राशि प्रदान की थी। वर्तमान सरकार को भी यह निर्णय लेना चाहिये।

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