2004 में हुआ था वीरप्पन का इनकांउटर, विद्या रानी ने कहा पिता का रास्ता गलत था लेकिन…
कृष्णनगर। Veerappan’s Daughter Vidhya Rani Joins BJP खूंखार चंदन तस्कर वीरप्पन (Veerappan) एक बार फिर खबरों में आ गया है। वजह वीरप्पन की बड़ी बेटी विद्या रानी (Vidhya Rani) है, जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। पेशे से वकील विद्या रानी ने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव मुरलीधर राव और पूर्व केंद्रीय मंत्री पॉन राधाकृष्णन समेत तमाम पदाधिकारियों के सामने पार्टी की सदस्यता ली। इस मौके पर विद्या रानी के साथ कई समर्थक भी मौजूद रहे। शनिवार को कृष्णनगर में एक कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें विद्या रानी को सदस्यता दिलाई गई। विद्या रानी तमिलनाडु के खूंखार चंदन तस्कर वीरप्पन की बड़ी बेटी है। वीरप्पन को 18 अक्टूबर 2004 को सुरक्षा बलों ने मार गिराया था।
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वीरप्पन के तमाम किस्से आज भी तमिलनाडु में सुनने को मिल जाते है। इन्हीं में से एक ऑफिसर पी श्रीनिवास का भी किस्सा है। जिनकी वीरप्पन ने बेरहमी से हत्या की थी। इतना ही नहीं, वीरप्पन ने श्रीनिवास का सिर काटकर अपने साथियों के साथ उससे फुटबॉल भी खेली थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भाजपा ज्वॉइन करने के बाद वीरप्पन की बेटी विद्या देवी ने स्वीकार किया कि उनके पिता का रास्ता गलत था। लेकिन विद्या रानी ने ये भी कहा कि वीरप्पन भी गरीबों की मदद करना चाहते थे। विद्या रानी ने आगे कहा कि वे भी लोगों की मदद के लिए राजनीति में आई है। जानकारी के मुताबिक विद्या रानी वकील होने के साथ-साथ समाजसेवा का काम भी करती है।
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इससे पहले विद्या रानी उस वक्त सुर्खियों में आई थी, जब वो अपने ब्वॉयफ्रेंड से शादी करना चाहती थी। विद्या रानी की मां को ये शादी मंजूर नहीं थी। इस मामले में हाईकोर्ट को दखल देना पड़ा था। हाईकोर्ट ने विद्या रानी को अपने प्रेमी से शादी करने की अनुमति दी थी।