Kerala News: तीन दर्जन पुलिसकर्मी जख्मी हुए उसके बाद छह हजार का फोर्स तैनात, तीन हजार की भीड़ ने थाने को कर दिया चकनाचूर
तिरूवनंतपुरम। केरल में निर्माणाधीन अदाणी का पोर्ट जनता के निशाने पर आ गया। बंदरगाह को लेकर विरोध कई दिनों से चल रहा था। लेकिन, रविवार को यह प्रदर्शन हिंसक हो गया। तीन हजार से अधिक की संख्या में मौजूद भीड़ ने केरल (Kerala News) के विझिंजम थाने को चकनाचूर कर दिया। गदर में तीन दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी जख्मी है। थाने में जमकर पथराव किया गया। इस उपद्रव के बाद सरकार मुखर हो गई। मंत्री ने बयान दिया कि वह हिंसा के खिलाफ एक्शन लेगी। वहीं आंदोलन से जुड़े लातिन कैथोलिक गिरजाघर से जुड़े पदाधिकारियों ने हिंसा को बाहरी तत्वों की हरकत बताकर जिम्मेदारी लेने से पल्ला झाड़ लिया। खबर है कि स्थिति को नियंत्रण में लेने के लिए छह हजार पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
यह बोल रहे हैं एडीजी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अदाणी बंदरगाह को लेकर विरोध किया जा रहा है। इसकी वजह अभी सामने नहीं आई है। रविवार को हुई हिंसा के मामले में सोमवार को तीन हजार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इसमें अधिकांश चेहरों की पहचान जल्द करने का दावा पुलिस अधिकारियों ने किया है। खबर है कि प्रदर्शन का नेतृत्व कैथोलिक गिरजाघर (Catholic Church) के नेतृत्व में किया जा रहा था। इससे जुड़े करीब 15 पादरियों के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की गई थी। इस गदर मामले में एडीजी लॉ एंड आर्डर एमआर अजित कुमार (ADG MR Ajeet Kumar) ने बताया कि हमले में तीन दर्जन पुलिस अधिकारी और कर्मचारी जख्मी है। जिन्हें अलग—अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। यह गदर रविवार रात हुआ था। प्रदर्शनकारी हिरासत में लिए गए कुछ व्यक्तियों को छोड़ने की मांग कर रहे थे। हमलें में एक एसआई का पैर बुरी तरह से फ्रैक्चर हुआ है। पुलिस का दावा है कि भीड़ को तितर—बितर करने लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा। तभी थाने को भीड़ ने निशाना बनाया।
यह बोल रहे हैं मंत्री
इससे पहले तिरूवनंतपुरम प्रशासन (Kerala News) ने रविवार रात बंदरगाह परियोजना के खिलाफ उतरे लातिन गिरजाघर के अधिकारियों के साथ मीटिंग भी की थी। इसमें फादर यूजीन परेरा (Father Eugene Pereira) ने मीडिया से कहा था कि जनता बिना नुकसान मौके से हट जाएगी। सुबह दूसरे दौर की बातचीत होनी थी। परेरा का आरोप है कि इसी दौरान पांच लोगों को पुलिस ने पकड़ लिया। जिसके बाद भीड़ उग्र हो गई। परेरा का दावा है कि प्रदर्शन में पुलिस के लाठीचार्ज से भी जनता जख्मी है। वे कहां है इस संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है। हमले के दौरान मीडियाकर्मियों को भी निशाना बनाया गया था। कई टीवी चैनल रिपोर्टरों के मोबाइल, कैमरा छीन लिए गए थे। इस मामले में केरल केे बंदरगाह मंत्री अहमद देवरकोविल ने कहा कि सरकार ने काफी संयम बरता। लेकिन, अब हिंसा के बाद सरकार सख्ती बरतेगी। वहीं बरेरा का दावा है कि हिंसा बाहरी ताकतों ने अंजाम दी। जिसकी जांच की जानी चाहिए। यह जानकारी चेतना का मंच और नवभारत टाइम्स न्यूज वेबसाइट ने दी हैं।