नदी में बाढ़ और खराब मौसम के बावजूद उतारी थी नाव, 10 लोगों के पास थी लाइफ जैकेट
विजयवाड़ा। आंध्रप्रदेश के पूर्वी गोदावरी देवीपटलम मंडल के कजुलुरू गांव में रविवार को 62 यात्रियों को लेकर एक यात्री नाव के गोदावरी नदी में पलट जाने से कम से कम 35 लोगों के मरने की आशंका है। आरंभिक रिपोर्टों के मुताबिक 35 से ज्यादा लोगों के डूबने की आशंका जताई जा रहीं है। जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चें शामिल है। 10 लोगों के पास लाइफ जैकेट थी। उन्हें ग्रामीणों ने डूबने से बचा लिया। टुटुगुवां गांव के ग्रामीणों ने मोटरबोट के सहारे लोगों को बचाने की कोशिश की।
पुलिस ने बताया कि दो शव बरामद किए गए है। गोताखोरों की मदद से लापता लोगों की तलाश की जा रहीं है। राजमुंदरी से ओएनजीसी के एक हेलीकॉप्टर और एनडीआरएफ के 60 जवानों को राहत और बचाव कार्य में लगाया गया है।
बताया गया कि रविवार होने की वजह से पापीकोलांडु की यात्रा करने वाले यात्रियों की काफी भीड़ थी। लिहाजा खराब मौसम और नदी में बाढ़ हो जाने के बावजूद नाव वाला यात्रियों को ले जाने के लिए तैयार हो गया। जबकि गोदावरी में बाढ़ की वजह से बीते कुछ दिनों ने नौका चलाना स्थगित था।
यात्री नौका दोपहर में गांडीपोचम्मा मंदिर से यात्रियों को लेकर रवाना हुई थी। लेकिन तकनीकी खराबी के चलते वो नदी में पलट गई और कई लोग काल के गाल में समा गए।
इस घटना के बाद आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने मृतकों के परिजन को 10-10 लाख रुपए मुआवजा देने की बात कहीं है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने घटना पर दुख जताया है।
इससे पहले राजधानी भोपाल में गणेश विसर्जन के दौरान बड़ा हादसा हुआ था। खटलापुरा घाट पर छोटे तालाब में एक नाव पलट गई थी। इस हादसमें 11 लोगों की मौत हो गई। मरने वाले सभी युवा थे और एक ही समिति के सदस्य थे।