हमले में मां भी जख्मी, गिरफ्तारी न करने वाले पुलिसकर्मी निलंबित, मामले ने तूल पकड़ा
जयपुर। देश में बलात्कार पीड़ितों (#Jaipur) की सुरक्षा को लेकर बहस छिड़ी है। इन सबके बीच एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यह मामला राजस्थान (#Raijasthan) के पाली जिले का है। पाली पुलिस की मदद से एक आरोपी गिरफ्तारी से बचा हुआ था। उसको गिरफ्तार कराने के लिए रेप पीड़िता जगह—जगह कानून के दरवाजे खटखटा रही थी। इस बात से नाराज होकर एक आरोपी ने रेप पीड़िता के पिता की गोली मारकर हत्या (Rape Victim) कर दी। वहीं गोली लगने से मां भी जख्मी है। थाना पुलिस की इस लापरवाही की जानकारी मिलने के बाद पुलिस के अफसरों ने लापरवाह कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है।
घटना राजस्थान(#Rajsathan ) के पाली (Pali Crime) जिले की है। यहां एक दुष्कर्म (Rape Case) पीड़िता के पिता को मौत के घाट उतार दिया गया। जिस आरोपी ने यह कांड किया उसके खिलाफ कोर्ट से अग्रिम जमानत रद्द हो गई थी। पुलिस ने दुष्कर्मी को नहीं पकड़ा था। घटना वाली रात डेढ़ बजे पीड़िता के पिता की घर में घुसकर हत्या (Rajsathan Crime) की थी। आरोपी छत के रास्ते घर में दाखिल हुआ था। इस दौरान उसकी मां व भाई को भी चाकू—तलवार से घायल किया गया। आरोपी धन्नाराम है जिसने भागने के नीयत से मकान से कूद गया था। इस दौरान वह घायल हो गया। ग्रामीणों ने उसे पकड़कर पुलिस को सौंप दिया था। घायल धन्नाराम का पाली के बांगड़ अस्पताल में इलाज चल रहा है। वहीं मृतक का शव पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। पोस्टमार्टम की प्रारम्भिक रिपोर्ट में चाकू के दो गहरे घाव सीने में होने के कारण हार्ट के पंचर होने से मौत होना माना जा रहा है।
नासिक में युवती से ज्यादती
आरोपी धन्नाराम है जो कि पाली जिले के रानी थाना क्षेत्र के किशनपुरा गांव का निवासी है। सादड़ी थाना क्षेत्र के गांव में वारदात को अंजाम दिया गया था। उसी दौरान युवती ने 10 नवंबर को केस दर्ज कराया था। आरोपी उसे नासिक ले गया और दुष्कर्म किया था। धन्नाराम की नासिक में परचून की दुकान है। पुलिस नासिक गई थी। लेकिन, उसे गिरफ्तार नहीं किया। इस बीच उसने नासिक कोर्ट से अंतरिम जमानत ले ली थी। उसके बाद 13 दिसंबर को पाली की एडीजे कोर्ट ने जमानत खारिज कर दी थी। इसके बाद भी गिरफ्तारी नहीं हुई तो रविवार को उसने वारदात को अंजाम दिया।
युवती की सुरक्षा बढ़ाई, थाना प्रभारी निलंबित
हत्या के बाद इस मामले ने जिले में तूल पकड़ लिया है। घटना की जानकारी मिलने पर एसपी आनंद शर्मा ने पूरी रिपोर्ट तलब की। जिसके बाद सादड़ी थाना प्रभारी राज दीपेंद्र की लापरवाह माना गया। थाना प्रभारी ही आरोपी को गिरफ्तार होने से बचा रहे थे। इस कारण एसपी ने थाना प्रभारी को निलंबित करके विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। इधर, ज्यादती पीड़ित युवती और उसके परिवार की सुरक्षा के लिए पहरा लगाया गया है।