Rahul Gandhi News: माफी के सवाल पर बोले राहुल मेरा नाम सावरकर नहीं हैं, पानी पी—पीकर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को कोसा, सवाल के दौरान एक ही बात तीन बार पूछने पर पत्रकार पर भी भड़के
दिल्ली। लोकसभा में सदस्यता समाप्त होने के बाद पहली बार दिल्ली में मीडिया से राहुल गांधी रूबरू हुए। उनके साथ राजस्थान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री क्रमश: अशोक गेहलोत और भूपेश बघेल भी थे। पत्रकारों ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi News) से पूछा लिया कि अदाणी का राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी निवेश है। यह सुनते ही उन्होंने तपाक से बोला गड़बड़ी करते हैं तो कांग्रेस शासित दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों को जेल में डाल दो। उन्होंने कई बार पानी पी—पीकर जमकर भाजपा पार्टी को कोसा। पत्रकार वार्ता के दौरान वे सफेद रंग की हाफ टी—शर्ट में ही थे। यह टी—शर्ट भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भी चर्चा में आई थी। उन्होंने लगभग 20 मिनट पत्रकारों के साथ खुलकर चर्चा की। लेकिन, उनका कहना था कि भाजपा जो आरोप लगा रही है उस विषय पर मुझे कुछ नहीं बोलना। भाजपा की तरफ से ओबीसी को अपमानित करने का आरोप लगाया जा रहा है।
लोकसभा स्पीकर मेरी बात सुनकर सिर्फ मुस्कुरा देते हैं
राहुल गांधी ने कहा कि हिंदुस्तान के लोकतंत्र पर आक्रमण हो रहा है। इसके हर रोज नए उदाहरण मिलते हैं। मैंने अदाणी की शैल कंपनी में 20 हजार करोड़ रूपया निवेश हुआ। यह उनका पैसा नहीं था। यह रकम किसकी है यह बात मैंने पूछी थी। इसको लेकर लोकसभा में अपनी बात रखी। मैंने अदाणी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रिश्तों को लेकर पूछा था। इसके बहुत सारे सबूत जनता के सामने हैं। मेरे दिए गए भाषण को स्पंज कर दिया गया। इसको लेकर मैंने लोकसभा स्पीकर को भी पत्र लिखा। केंद्र सरकार के चार मंत्रियों ने मुझे बेबुनियाद आरोप लगाए गए। इसका भी जवाब देने के लिए लोकसभा स्पीकर को पत्र लिखा। मैं तीन बार पत्र लिखने के बाद भी बोलने नहीं दिया गया। इसलिए मैं व्यक्ति स्पीकर के कैबिन में मुलाकात करने गया।
वायनाड की जनता को लिखूंगा बहुत जल्द पत्र
उन्होंने कहा कि मैं सवाल पूछना बंद नहीं करूंगा। मुझे इन लोगों से कोई डर नहीं लगता। जेल में जाने या मेरी सदस्यता निरस्त करने से भी मुझे डर नहीं लगता। राहुल गांधी करीब 25 मिनट पत्रकारों के बीच रहे। इस दौरान उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि मौजूदा दौर में जो चल रहा है उसमें राजनीतिक पार्टियों को जनता के बीच जाने का ही एकमात्र रास्ता है। यह ओबीसी का मामला नहीं हैं बल्कि मोदी और अदाणी के रिश्तों का मामला है। भाजपा मुद्दों को भटकाने का काम करती है। मैं सच बोलता हूं यह मेरे खून में हैं। यह मेरे जीवन की तपस्या है। इस देश ने मुझे सबकुछ दिया है। वायनाड को लेकर उन्होंने कहा कि वहां की जनता के साथ मेरा पारिवारिक रिश्ता है। मैं जल्द पत्र लिखकर जनता को दूंगा। भाजपा के नेता नरेंद्र मोदी से डरते हैं। सभी दोनों के रिश्ते जानते है लेकिन वे डरते हैं।
मुझे कुर्सी का लालच नहीं मैं सिर्फ सच की तपस्या करूंगा
राहुल गांधी ने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि मैं कानून का सम्मान करता हूं। इसलिए मैं इस विषय पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता। उन्होंने कहा कि सदन में मुझे अदाणी और मोदी के संबंधों को उजागर करने का मौका न मिले इसलिए मेरी सदस्यता समाप्त की गई है। भारत की सैन्य में हो रहे निवेश को लेकर मैं सवाल क्यों नही पूछ सकता। राहुल गांधी ने दूसरे दलों के समर्थन मिलने पर सिर्फ धन्यवाद बोलकर चुप्पी साध ली। सदस्यता बहाल करने को लेकर कहा कि मुझे कुर्सी नहीं चाहिए। मैं सिर्फ काम करता रहूंगा। मुझे अपनी तपस्या करनी है। वह मैं करके रहूंगा। राजस्थान और छत्तीसगढ़ में अडाणी के निवेश को लेकर पू्छे गए सवाल पर कहा कि विषय को भटकाने का प्रयास किया जा रहा है। यदि कोई गड़बड़ी मिलती है तो हमारे सीएम को जेल में डाल दीजिए।
राहुल गांधी ने कहा कि जनता यह जानना चाहती है कि अदाणी भ्रष्ट व्यक्ति है। अब यह जानने का प्रयास किया जा रहा है कि आखिरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्हें क्यों बचा रहे हैं। भाजपा अदाणी के विषय को राष्ट्रवाद से जोड़ रही है। जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं हैं। राहुल गांधी ने कहा कि सजा से मुझे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। मेरा अगला कदम लोकतंत्र को बचाने का ही होगा। मैं गरीब जनता की आवाज उठाता रहूंगा। राहुल गांधी ने कहा कि मुझे लगता है कि 20 हजार करोड़ रूपया उनका नहीं हैं। वह उजागर होता तो कई बड़े चेहरे बेनकाब हो जाएंगे। ओबीसी को लेकर तीसरी बार एक ही सवाल पूछने पर उन्होंने कहा कि यह मुद्दे से भटकाने वाला सवाल है। राहुल गांधी ने माफी के सवाल पर कहा कि मेरा नाम सावरकर नहीं है। मुझे एक बार तो पार्लिटयामेंट में तो बोलने दीजिए। इस देश में लोकतंत्र खत्म हो गया है। संस्थानों पर आक्रमण किया जा रहा है। मैंने अब तक प्रधानमंत्री पर सवाल नहीं पूछा मैं पहले दिन से अडाणी पर सवाल पूछ रहा हूं।