ठग के झांसे में आ गया था रिटायर्ड सीबीआई अफसर
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने साइबर क्राइम (Cyber Crime) के बड़े मामले का पर्दाफाश किया है। फर्जी फेसबुक आई डी के जरिए लोगों को ठगने वाले एक विदेशी को गिरफ्तार किया है। नाइजीरियाई युवक लड़की बनकर लोगों को निशाना बनाया था। पिछले साल उसने एक रिटायर्ड सीबीआई अफसर से 36 लाख रुपए ठग लिए थे। जिसके बाद से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी।
दिल्ली के चंदन विहार में रहने वाला आर्थर ओकेके को पुलिस ने सोमवार को आउटर रिंग रोड से गिरफ्तार किया है। उसे हाल ही में जयपुर पुलिस ने एक धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया था।
ओकेके ने ग्रेस डेनिस नाम से एक लड़की की फोटो लगाकर फेसबुक आईडी बनाई थी। इसी आईडी के जरिए उसने रिटायर्ड सीबीआई अधिकारी से दोस्ती की थी। कई दिनों तक चेटिंग करने के बाद एक दिन ओकेके ने रिटायर्ड अधिकारी से कहा कि उसे मदद की जरूरत है।
फर्जी आईडी के जरिए ओकेके ने रिटायर्ड अधिकारी को बताया कि उसकी मां की तबियत खराब है। वो भारत के एक अस्पताल में भर्ती है। लेकिन उसे मुंबई एयरपोर्ट पर अधिकारियों ने पकड़ लिया है। कुछ दस्तावेजों की कमी के चलते अधिकारी उसे एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने दे रहे है।
ये घटना अगस्त 2018 की है। जब रिटायर्ड अधिकारी के एक नंबर से फोन कॉल आया। फर्जी कॉल पर एक शख्स ने कस्टम अधिकारी बनकर बात की। उसने रिटायर्ड अधिकारी से कहा कि यदि वे अपनी दोस्त ग्रेस डेनिस (ओकेके) को रिहा कराना चाहते है तो बताए गए बैंक अकाउंट में पैसा जमा कराना पड़ेगा।
फिर आरोपियों ने रिटायर्ड अधिकारी नौ अलग अलग खातो में 35 लाख 80 हजार रुपए जमा करा लिए। पुलिस अधिकारी ने बताया कि अभियुक्तों के संपर्क नंबर सर्विलांस पर डाल दिए गए और बैंक खाते का विवरण प्राप्त कर लिया गया। तकनीकी विनिर्देश के माध्यम से, आरोपी की पहचान ओकेले के रूप में हुई थी।
जयपुर, अजमेर, आगरा, अलीगढ़ और दिल्ली में कई अन्य स्थानों पर छापे मारे गए, लेकिन ओकेक का पता नहीं लगाया जा सका क्योंकि उसने अक्सर अपने मोबाइल फोन और सिम कार्ड बदल दिए थे। डीसीपी ने कहा कि आरोपी को बाद में आउटर रिंग रोड से पकड़ लिया गया।
ओकेक 2014 में भारत आया था। बाद में, उसने अपने साथियों के साथ कथित रूप से फेसबुक पर लोगों को धोखा देना शुरू कर दिया। अधिकारी ने कहा कि इंटरनेट पर लोगों से दोस्ती करने के बाद और कई बार फोन कॉल पर वे लोगों को धोखा देते हैं।
पुलिस ने कहा कि अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है जिन्होंने फोन पर सीमा शुल्क अधिकारी के रूप में पेश किया।