Lock Down Effect: घर पहुंचने के लिए सवा चार लाख रुपए किए खर्च

Share

मुंबई एयरपोर्ट के ट्रॉली आपरेटर की हैरान कर देने वाली कहानी का कड़वा सच उजागर हुआ तो प्रशासन ने क्वारेंटाइन कर दिया

Lock Down Effect
प्रेम मूर्ति पांडे

मुंबई। (Mumbai Crime News In Hindi) पूरे विश्व से लॉक डाउन (Lock Down News) को लेकर कई तरह के समाचार सामने आ रहे हैं। रोहिंग्या मुसलमानों (Rohingya Musalman) को मलेशिया ने भगा दिया। जिसको बांग्लादेश (Bangladesh) सरकार ने अस्थायी कैंप में यह बोलकर पनाह दी है कि उसको मानवीय दृष्टि से ऐसा किया। वहीं भारत के बॉलीवुड इंडस्ट्रीज और माया नगर नाम से मशहूर मुंबई (Mumbai Hindi News) शहर से भी हैरान कर देने वाली कहानी है। इस कहानी का मुख्य पात्र मुंबई एयरपोर्ट (Mumbai Airport) में तैनात ट्रॉली आपरेटर है। उसने अपने प्रयागराज (Prayagraj) स्थित घर जाने के लिए करीब सवा चार लाख रुपए का खर्च भी उठाया। उसकी दिल दहला देने वाली कहानी की चर्चा जब फैली तो प्रयागराज प्रशासन ने उनको क्वारेंटाइन कर दिया।

यहां से शुरु हुई कहानी

भारत में इस वक्त सर्वाधिक केस मुंबई से सामने आ रहे हैं। मौत भी सर्वाधिक यहां पर हुई है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Udhhav Thakare) उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) और बिहार (Bihar) सरकार से भी मांग कर चुके हैं कि उनके यहां जो मजदूर हैं सरकार उनको अपने यहां ले जाए। यह लोग सड़कों पर है और इनसे खतरा बना हुआ है। मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से इन मजदूरों के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने की भी मांग की है। मामला यहां तक तो ठीक था लेकिन जैसे ही कोरोना धारावी बस्ती (Dharavi Basti News) पहुंचा तो एक विचित्र कहानी का जन्म हुआ। इसके पात्र हैं प्रेम मूर्ति पांडे (Prem Murti Pandey) जो कि मुंबई एयरपोर्ट में नौकरी करते थे। उन्होंने बताया कि जब धारावी में यह वायरस फैलने लगा तो उन्हें घबराहट महसूस हुई। दरअसल, उनका पूरा परिवार प्रयागराज जिले में रहता है। वे केवल नौकरी के लिए मुंबई में थे। इस कारण उन्होंने मुंबई से पलायन करने का फैसला किया।

यह भी पढ़ें:   UP Crime: उम्र पचपन की दिल बचपन का, पुलिस के लिए पहेली बनी लव स्टोरी

दिमाग चलाया और किसान बने

प्रेम मूर्ति पांडे ने बताया कि वह पैदल मुंबई से निकले। लेकिन, पुलिस प्रशासन ने उन्हें पकड़ लिया। फिर उन्होंने देखा कि किसानों को लॉक डाउन में रियायत मिल रही है। इसलिए उन्होंने 10 हजार तरबूत खरीदकर उसको बेचने के बहाने मुंबई से बाहर निकले। अब उन्हें केवल तरबूज के सहारे प्रयागराज पहुंचना मुश्किल नजर आ रहा था। इसलिए उन्होंने लगभग सवा दो लाख रुपए की प्याज खरीदी। उसको ट्रक में लोड करने के लिए 77 हजार रुपए का किराया भी दिया। उसी ट्रक में सवार होकर वह मुंबई से प्रयागराज पहुंच गए। लेकिन, यह जानकारी घर—घर से होते हुए मीडिया तक पहुंची और उन्होंने मीडिया के सामने आकर सच्चाई बता दी। इसके बाद प्रशासन ने उन्हें क्वारेंटाइन सेंटर पहुंचा दिया।

अपील

देश वैश्विक महामारी से गुजर रहा है। हम भी समाज हित में स्पॉट रिपोर्टिंग करने से बच रहे हैं। इसलिए समाज और लोगों से अपील करते हैं कि यदि उनके पास भ्रष्टाचार, कालाबाजारी या जिम्मेदार अफसरों की तरफ से लापरवाही की कोई जानकारी या सूचना हैं तो वह मुहैया कराए। www.thecrimeinfo.com विज्ञापन रहित दबाव की पत्रकारिता को आगे बढ़ाते हुए काम कर रहा है। हमारी कोशिश है कि शोध परक खबरों की संख्या बढ़ाई जाए। इसके लिए कई विषयों पर कार्य जारी है। हम आपसे अपील करते हैं कि हमारी मुहिम को आवाज देने के लिए आपका साथ जरुरी है। इसलिए हमारे फेसबुक पेज www.thecrimeinfo.com के पेज और यू ट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें। आप हमारे व्हाट्स एप्प न्यूज सेक्शन से जुड़ना चाहते हैं या फिर कोई जानकारी देना चाहते हैं तो मोबाइल नंबर 9425005378 पर संपर्क कर सकते हैं।

यह भी पढ़ें:   पिता को शक था बेटी का चल रहा प्रेम प्रसंग, 10 वीं के छात्र को कुल्हाड़ी से काट दिया
Don`t copy text!