Bhopal News: कई जिलों के सरपंच और विभागों के प्रतिनिधियों ने सम्मेलन में बांटे अनुभव
भोपाल। एमपी में सरकार ग्रामीण अंचलों की सेहत सुधारने की मुहिम में जुटी है। इसके लिए पंचायत और सामाजिक संस्थाओं की मदद से सरकार ने समुदाय को जोड़ते हुए योजनाएं धरातल पर उतारी थी। इन प्रयासों में अब तक सरकार कितनी सफल हुई उस बात को लेकर चिंतन कार्यक्रम (Bhopal News) आयोजित किया गया। यह सम्मेलन राजधानी भोपाल में स्थित अटल बिहारी बाजपेयी इंस्टीट्यूट ऑफ़ गुड गवर्नेंस एंड पालिसी एनालिसिस भवन में पिछले दिनों संपन्न हुआ। कार्यक्रम में सरपंचों ने अपने प्रयासों के बारे में बताया।
बच्चों और महिलाओं का स्वास्थ्य बेहतर हुआ
इन मुद्दों पर काम करने वाली अशासकीय संस्था विकास संवाद (Vikas Sanwad) के परियोजना समन्वयक राजेश भदौरिया (Rajesh Bhadauriya) ने बताया कि सरकार, समुदाय, पंचायत और सामाजिक संस्थाओं की साझा पहल से अब गांव में पोषण स्तर बेहतर हो रहा है। प्रयासों से लोगों में जागरुकता भी नजर आ रही है। सम्मेलन में छतरपुर जिले के ग्राम पंचायत डारगुवां के सरपंच जगदीश विश्वकर्मा और श्योपुर जिले की ग्राम पंचायत बरगवां की सरपंच पूनिया पटेलिया ने अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि पोषण केन्द्रित ग्राम स्तरीय सूक्ष्म नियोजन से हमारी पंचायत में सेवाएँ बेहतर हुई हैं। बच्चों और महिलाओं का स्वास्थ्य बेहतर हुआ है। इस प्रक्रिया के अंतर्गत हमने ग्राम पंचायत के प्रतिनिधियों, समुदाय के लोगों और स्थानीय स्तर के विभागीय कर्मचारियों के साथ मिलकर गाँव एवं परिवार स्तर की पोषण योजना तैयार की हैं। पोषण केन्द्रित ग्राम स्तरीय सूक्ष्म नियोजन एवं ग्राम पंचायत विकास योजना में इसका अभिसरण विषय पर आयोजित राज्य स्तरीय कांफ्रेंस में विकास संवाद एवं वेल्थुन्गरहिल्फे की तरफ से आयोजित सम्मेलन में राज्य के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, महिला एवं बाल विकास, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, राज्य रोजगार गारंटी काउंसिल, कृषि, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग, राज्य नीति एवं योजना आयोग, अटल बिहारी बाजपेई सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान, केंद्रीय कृषि अनुसंधान परिषद्, शोध संस्थानों, महाविद्यालयों के प्राध्यापक, छात्र, स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों, श्योपुर और छतरपुर जिलों समुदाय के सदस्य, सरपंच और पंचायत स्तर के कर्मचारियों सहित 55 सदस्यों ने भागीदारी की।
योजना पर इतने विभाग की तरफ से किया जाता है काम
दर्शना महिला कल्याण समिति (Mahila Kalyan Samiti) छतरपुर के निरंजन यादव (Niranjan Yadav) ने श्योपुर और छतरपुर जिलों के 200 गांवों में पोषण समृद्ध समुदाय कार्यक्रम, एवं इसकी प्रमुख उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी। विकास संवाद के सचिन जैन (Sachin Jain) ने पोषण केन्द्रित ग्राम स्तरीय सूक्ष्म नियोजन की अवधारणा, प्रक्रिया, इसके ग्राम पंचायत विकास योजना से जुड़ाव के बिन्दुओं पर चर्चा के साथ सूक्ष्म नियोजन की प्रक्रिया एवं ग्राम पंचायत विकास योजना में पोषण के मुद्दों के शामिल होने से संबंधित अध्ययन के प्रमुख निष्कर्षों को रखा। उन्होंने कहा कि, सूक्ष्म नियोजन को सफल बनाने के लिए पंचायत और ग्रामीणों में बराबर की भागीदारी, उत्तरदायित्व निभाना और निरंतर प्रयास करते रहना जरूरी है। मध्य प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की राज्य कार्यक्रम समन्वयक अनीता वात्सल्य ने मिशन के संचालित पोषण केन्द्रित ग्राम स्तरीय जन आन्दोलन की बात की। इसके साथ ही स्त्रियों के आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होने की बात को प्रमुखता से रखा। केंद्रीय कृषि अनुसंधान परिषद् के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. दीपिका अग्रहर (Dr Deepika Agrahar) ने मिलेट (श्री अन्न) के उत्पादन और उसके प्रसंस्करण पर ज़ोर दिया आपने बताया कि उनके संस्थान ने छोटी मिलेट प्रोसेसिंग यूनिट का विकास किया है। ये छतरपुर में भी लगाई गईं हैं। इसलिए अब छतरपुर में मोटा अनाज उगाने की प्रेरणा देना और आसान हो गया है।
भूख और गरीबी पर लड़ने की आवश्यकता
मप्र राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य निवेदिता शर्मा (Nivedita Sharma) सदस्य ने कहा कि सरकारी योजनाओं (Bhopal News) की सही तरह से मॉनिटरिंग करने की जरूरत है। ताकि योजनाओं का लाभ जरूरतमंद तक पहुंचे। इसकी ज़िम्मेदारी सरकारी विभागों के साथ-साथ गैर सरकारी संगठनों की भी होनी चाहिए। अटल बिहारी बाजपेई सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान के सीनियर एडवाइज़र मनोज जैन (Manoj Jain) ने कहा कि अब समाज पोषण के प्रति संवेदनशील हुआ है और सूक्ष्म नियोजन करना चाहता है। मध्य प्रदेश सामाजिक विज्ञान शोध संस्थान के डायरेक्टर डॉ संदीप जोशी (Dr Sandeep Joshi) ने गरीबी और भूख से लड़ने की आवश्यकता पर बात की। संचालन विकास संवाद के राजेश भदौरिया ने किया, चर्चा का सार शर्मीली बसु, पार्टनर सपोर्ट ऑफिसर वेल्थुन्गरहिल्फे और आभार प्रदर्शन मोहसिन खान पार्टनर सपोर्ट ऑफिसर वेल्थुन्गरहिल्फे ने किया।
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