वीडियो में पति ने उजागर की एमवाय अस्पताल प्रबंधन की करतूत
इंदौर। कोरोना महामारी के चलते जरूरतमंद लोगों का भी इलाज नहीं हो पा रहा है। ताजा मामला इंदौर (Indore) से सामने आया है। जहां प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पतालों में शुमार एमवाय हॉस्पिटल (MY Hospital Indore) प्रबंधन की गंभीर लापरवाही सामने आई है। यहां एक गर्भवती महिला (Pregnant Woman) तड़पती रही, लेकिन उसे इलाज नहीं मिला। जिसके चलते महिला और उसके गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत हो गई। महिला के पति सूरज के मुताबिक वो दो घंटे तक डॉक्टरों का इंतजार करते रहे। तमाम मिन्नतों के बाद भी उसकी पत्नी दीपा को भर्ती नहीं किया गया। मामले में अस्पताल प्रबंधन की गंभीर लापरवाही सामने आने के बाद अधीक्षक डॉक्टर पीएस ठाकुर ने जांच की बात कही है। वहीं दूसरी तरफ विपक्ष ने सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल उठाए है।
घटना शुक्रवार की है, जब परदेशीपुरा इलाके के आदर्श भूषण नगर में रहने वाली दीपा को प्रसव पीड़ा शुरु हुई। उसके पति सूरज ने 108 पर कॉल कर जननी एक्सप्रेस बुलाने की कोशिश की। लेकिन काफी इंतजार करने के बाद भी एंबुलेंस नहीं पहुंची। लिहाजा वो दीपा को ऑटो से लेकर एमवाय अस्पताल पहुंचा।
सूजर के मुताबिक एमवाय अस्पताल में पर्ची कटाने के बाद उसे पहली मंजिल पर पहुंचा दिया गया। वहां वो लोग करीब 2 घंटे तक इंतजार करते रहे, लेकिन गर्भवती को देखने कोई डॉक्टर नहीं पहुंचा। दीपा की बढ़ती प्रसव पीड़ा को देखते हुए सूरज उसे एमवाय हॉस्पिटल के ठीक सामने स्थित करुणा अस्पताल (Karuna Hospital) ले गया।
सुनिए पीड़ित पति ने क्या कहा
प्रदेश के सबसे बड़े शहर इंदौर के सबसे बड़े शासकीय MY अस्पताल में इलाज नही मिल पाने के कारण गर्भवती महिला की मौत हो गई..।
शिवराज जी, कोरोना महामारी के समय स्वास्थ व्यवस्था की यह दुर्दशा पूरे प्रदेश पर कलंक है..।
आपसे अनुरोध है कि पीड़ित परिवार की तत्काल आर्थिक मदद उपलब्ध हो..। pic.twitter.com/XxmQZ7z1n1
— Jitu Patwari (@jitupatwari) April 11, 2020
सूरज के मुताबिक करुणा हॉस्पिटल में उसकी पत्नी दीपा को भर्ती कर लिया गया। लेकिन आईसीयू का खर्च वो नहीं उठा सकता था। अस्पताल प्रबंधन ने उससे 25-30 हजार रुपए मांगे। लिहाजा वो दीपा को लेकर घर लौट गया। पैसों का इंतजाम कर जब वो वापस करुणा अस्पताल पहुंचा तो डॉक्टरों ने उसे एमवाय अस्पताल रैफर कर दिया। एमवाय पहुंचे तो डॉक्टरों ने दीपा और उसके गर्भ में पल रहे बच्चे को मृत घोषित कर दिया। पीड़ित परिवार का कहना है कि समय पर इलाज मिल जाता तो दीपा और उसका बच्चा बच सकता था। सूरज का कहना है कि एमवाय में की गई लापरवाही सीसीटीवी कैमरे में कैद है। निष्पक्षता से जांच होगी तो दोषी सामने आ जाएंगे।
वहीं कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन जीतू पटवारी (Jitu Patwari) ने इस मामले को लेकर सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि- प्रदेश के सबसे बड़े शहर इंदौर के सबसे बड़े शासकीय MY अस्पताल में इलाज नही मिल पाने के कारण गर्भवती महिला की मौत हो गई..। शिवराज जी, कोरोना महामारी के समय स्वास्थ व्यवस्था की यह दुर्दशा पूरे प्रदेश पर कलंक है..। आपसे अनुरोध है कि पीड़ित परिवार की तत्काल आर्थिक मदद उपलब्ध हो..।