प्रेमी के साथ मिलकर की थी पति की हत्या, पांच साल के बच्चे ने पुलिस को बताई उस रात की कहानी
छिंदवाड़ा। सामाजिक परिवेश को झंकझोर देने वाली कहानी मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के छिंदवाड़ा (Chhindwara Crime) जिले से सामने आई है। यह जानकारी उस अबोध बालक ने उजागर की जिसके सिर से पिता का साया (Extra Marital Affair) उठ गया था। वह जिसका राज खोल रहा था वह उसकी मां थी। मां के इस गहरे राज को बताने में उसे हिचक नहीं हुई। लेकिन, अब बच्चे के सामने पिता का साया उठने के बाद मां का आंचल भी छिन गया। दरअसल, उसकी मां को पुलिस ने हत्या (Chhindwara Murder Case) के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।
घटना छिंदवाड़ा जिले के तामिया थाना क्षेत्र की है। यहां एक महिला ने प्रेम प्रसंग (Extra Martial Affair) के चलते अपने पति को मार दिया था। इस वारदात में उसके प्रेमी ने भी साथ दिया था। पुलिस के अनुसार तामिया निवासी मनीराम अमरवाड़ा जो बटकीढाना में भृत्य के पद पर पदस्थ था उसकी हत्या (Chhindwara Brutal Murder Case) हो गई थी। पुलिस को शुरूआती जांच से ही शक था कि वारदात किसी करीबी ने अंजाम दी है। पुलिस का शक तब उजागर हुआ जब बच्चे ने राज खोला। पुलिसने आरोपी पत्नी सरिता और उसके प्रेमी वीरेन्द्र उइके को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों के बीच अवैध संबंध थे। सरिता परासिया जिले के बेलगांव की रहने वाली है।
ऐसे खुला राज
पुलिस ने जांच के लिए सारे हथकंड़े अपना लिए थे। लेकिन, सुराग नहीं मिल रहा था। फिर पुलिस की नजर पांच साल के बच्चे पर पड़ी। यह बच्चा सरिता का बेटा निकला। उसको भरोसे में लेकर पूरी कहानी समझी गई। जब बच्चे ने बताया तो पुलिस के भी होश उड़ गए। बच्चे ने बताया कि उसकी मां वीरेन्द्र से चुपचाप मिलने जाया करती थी। उस वक्त वह उसको ले जाती थी। जब मुलाकात होती थी तो मुझे भी दूर रखा जाता था। फिर इसके बाद मां घर आती थी तो पिता से झगड़ा होता था। पुलिस वीरेन्द्र की तलाश में जुट गई। उसको दबोचने के बाद पूरा मामला खुल गया।
घर पर थी पाबंदियां
सरिता ने पूछताछ में बताया कि उसका पति उस पर शक करता था। वह मर्दों से बातचीत करने में उसको फटकारता था। इसी कारण उसका लगाव वीरेन्द्र से हो गया। वीरेन्द्र और वह दोनों चुपचाप मुलाकात करते थे। कभी—कभी पीछा करते हुए उसका पति भी आता था। इस कारण दांपत्य जीवन में अक्सर तनाव बना रहता था। उसने बताया कि रविवार रात लगभग दो बजे वीरेन्द्र उसके घर आया। फिर दोनों ने पत्थर मनीराम के सिर पर पटककर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद वीरेन्द्र भाग गया। घटना के बाद बच्चा डर गया था कि कहीं उसके पिता की तरह उसको भी न मार दिया जाए।