Boycott Chinese Product: चार क्षेत्रों में सक्रिय भूमिका का लक्ष्य केंद्रीय समिति की बैठक में किया गया तय
भोपाल। विश्व हिन्दू परिषद चीन के उत्पादों के बहिष्कार (Boycott Chinese Product) के लिए अभियान चलाने जा रही है। इस अभियान के साथ ही उनके विकल्पों के निर्माण पर भी उसका फोकस रहेगा। इसके अलावा एक वर्ष में चार क्षेत्रों में कार्य करने का लक्ष्य तय किया गया है। वहीं राम मंदिर निर्माण (Ram Temple) में आर्थिक मदद का एजेंडा भी तय हो गया है। इन समस्त बिंदुओं पर विश्व हिन्दू परिषद (Vishav Hindu Parishad Meeting) की केंद्रीय समिति दो दिनों से मध्य प्रदेश (MP VHP News) की राजधानी भोपाल (Bhopal VHP News) में मंथन कर रही थी। मंथन के बाद निकले निष्कर्ष की जानकारी शनिवार को मीडिया को दी गई।
43 से ज्यादा चीनी सैनिकों को मारा
विहिप की दो दिन चली बैठक की जानकारी देने के लिए केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे (VHP Leader Milind Parande) मीडिया के सामने आए थे। यह पत्रकार वाता अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के भवन में स्थित सभागार में आयोजित की गई। बैठक की जानकारी देते परांडे ने बताया कि चीन हमारी सीमा पर जून महीने से गतिरोध बनाए हुए हैं। लेकिन, देश की जनता और विहिप सेना और देश के साथ है। चीन ने हमारे 20 सैनिकों को शहीद किया तो हमने उनके 43 से ज्यादा सैनिकों को मारा। इसलिए हमने तय किया है कि विहिप देशभर में चीनी उत्पाद के खिलाफ अभियान (Boycott Chinese Product) चलाएगी।
इन क्षेत्रों के लिए लक्ष्य तय
मिलिंद परांडे ने कहा कि चीन के जो उत्पाद भारत में आते हैं उनके विकल्प के तौर पर हमारी संस्था भारतीय कारोबारियों से मुलाकात करके उन्हें भारत में ही तैयार करने की भी कोशिश करेगी। इसके अलावा विहिप ने तय किया है कि वह कृषि, रोजगार, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत के तहत अभियान चलाएगी। इसमें 150 से ज्यादा जिलों को चिन्हित करके वहां कार्यक्रम चलाएं जाएंगे। विहिप इसके लिए बाजार उपलब्ध कराने के साथ—साथ लोन दिलाने में भी सहयोग करेगी। पत्रकार वार्ता में परांडे के अलावा राजेश तिवारी (Rajesh Tiwari) और पप्पू वर्मा (Pappu Verma) भी मौजूद थे।
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जकात फाउंडेशन की गतिविधि संदिग्ध
विहिप नेता मिलिंद परांडे ने पत्रकार वार्ता में खुलासा किया है कि जकात फाउंडेशन (Jaquat Foundation) की गतिविधियां संदिग्ध है। हम सरकार से मांग करते है कि इनकी आय स्रोत की पड़ताल की जाए। हालांकि सरकार ने इस तरह के तेरह संगठनों पर लगाम कसी है। लेकिन, यह संस्था देश विरोधी गतिविधियों का काम कर रही है। परांडे ने कहा कि धर्म परिवर्तन कराने वाली संस्थाओं के खिलाफ भी हम काम कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे। बाबरी विध्वंस के फैसले पर उन्होंने कहा कि हिंदू समाज के लिए ढांचा अपमान का प्रतीक था। इसलिए हिंदू समाज के लोगों का धैर्य ने जवाब दिया और वह ढ़हाया गया। उन्होंने कहा कि हमारी नजर में ऐसा किया जाना गलत नहीं हैं।
हिंदू समाज को बांटने का प्रयास
मिलिंद परांडे ने कहा कि हमारे हिंदू समाज को बांटने की कोशिश की जा रही है। भारत में हिंदू को लेकर मिथक फैलाया जा रहा है। इसलिए मैं साफ करना चाहता हूं कि गौड समाज जो कि मप्र, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ में हैं वहीं संथार, मुंडा, टंट्या भील समेत कई अन्य आदिवासी समाज के धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों की मिट्टी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण स्थल पर पहुंचाई गई है। यह हिंदू विरोधी लोग दुष्प्रचार कर रहे हैं कि हम बंटे हुए लोग हैं। उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए न्यास पैसों का इंतजाम करने के लिए पर्याप्त है। लेकिन,विहिप ने तय किया है कि वह भी इसमें सहयोग करेगा। इसके लिए करीब 10 करोड़ परिवारों से संपर्क करने का लक्ष्य रखा गया है।
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