Video-मरीजों के लिए ऑटो एम्बुलेंस बनाने वाले जावेद के खिलाफ एफआईआर, अस्पताल जाते वक्त बैरीकेड न हटाने पर हुई थी पुलिस से नोंकझोक
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की ताजा न्यूज पुलिस विभाग (Bhopal Cop Misbehavior News) से सामने आ रही है। हालांकि फोर्स कम होने के चलते ड्यूटी करना काफी महंगा पड़ रहा है। लेकिन, संयम और धैर्य हर व्यक्ति के लिए इस वक्त जरुरी है। चारों तरफ से भोपाल न्यूज कोरोना की खबरें आ रही है। स्वास्थ्य ढ़ांचा चरमरा गया है। लोग ऑक्सीजन, एम्बुलेंस से लेकर दूसरी चीजों के लिए परेशान है। भोपाल न्यूज में लॉक डाउन और उनके हालात देखकर एक ऑटो वाले का दिल पसीजा। उसने अपने खर्चे पर ऑटो एम्बुलेंस बनाकर लोगों की सेवा करने का मन बनाया। उसके इस सामाजिक सरोेकार को एक टीआई ने दबंगई दिखाकर चकनाचूर कर दिया। एफआईआर से लेकर तमाम उसके साथ वह हुआ जो अमूमन पुलिस करती है।
ऐसे मिली थी प्रेरणा
बाग फरहत अफजा निवासी जावेद (Javed) पिछले एक सप्ताह से मीडिया का चर्चित चेहरा बना हुआ है। उसे लगभग हर प्रिंट, इलेक्ट्रोनिक के अलावा डिजीटल मीडिया ने कवर किया था। वह ऑटो ड्रायवर है जिसने बताया कि उसे समाचारों से ऐसा करने की प्रेरणा मिली थी। सोशल मीडिया में एम्बुलेंस न होना, ऑक्सीजन की कमी के खबरें पढ़ता—देखता या वायरल होते देख रहा था। इन बातों से सबक लेकर उसने खुद के ऑटो को एम्बुलेंस बना दिया था। इसके लिए फैसल ने सिलेंडर मुहैया कराया था। फैसल की अलमारी बनाने की फैक्ट्री है जो कि लॉक डाउन के कारण बंद है। इसी तरह उसे नरेश ने ऑक्सी मीटर दिया। जबकि शाहवर ने किट गिफ्ट किया। ऐसा करके वह कई जरुरतमंदों की मदद कर रहा था।
यह भी पढ़ें: कोरोना की पहली लहर भी पुलिस के लिए सुनामी बनकर आई थी, उस वक्त यह थे हालात
देखिए जावेद के हौसले को जो शनिवार को सोशल मीडिया में वायरल हुआ था
यह हुई थी घटना
जावेद एक मरीज के परिजनों को अस्पताल लेने जा रहा था। परिजन के पास अस्पताल का पर्चा भी था। भानपुर पहुंचने पर उसके ऑटो को पुलिस के बैरीकेड ने रोक लिया। बीमार मरीज के परिजन काफी गिडगिड़ाए। जावेद ने भी काफी मिन्नत की। जब मैदानी कर्मचारी से बात नहीं संभली तो उसने टीआई को तलब कर लिया। इस वक्त जावेद ने अपना मोबाइल निकालकर रिकॉर्डिंग मोड पर डाल दिया। यह बात छुपाई भी नहीं गई। टीआई स्वयं आगे आकर बोले अच्छे से रिकॉर्डिंग करो। उन्होंने ऑटो को निकलना तो दूर जावेद को ही दबोच (Bhopal Cop Misbehavior News) लिया। उसके खिलाफ कलेक्टर के आदेशों की अवहेलना का मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
वीडियो में देखिए — टीआई पर मेहरबान रहे अफसर, पता नहीं किसके हैं खास
सफाई पर दिखी दबंगई
यह पूरा मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। भोपाल पुलिस की जगह किरकिरी होने लगी। दिनभर यहां—वहां से अच्छी—बुरी सुनने के बाद प्रेसनोट जारी किया गया। इसकी भाषा शैली से यह अहसास नहीं हुआ कि पुलिस से कोई चूक हुई है। पुलिस ने कहा कि बैरीकेड लगाकर अनावश्यक वाहनों को रोका जा रहा था। तभी खाली ऑटो में जावेद आया। जबकि वीडियो में मरीज के परिजन दिख रहे हैं। यहां पुलिस का पहला झूठ बेनकाब हुआ। इसके बाद कहा गया कि उसने धारा 144 का उल्लंघन किया। इसलिए उसको 188 के तहत नोटिस दिया गया। पुलिस का दावा है कि ऑटो और उसके ऑक्सीजन को जब्त भी नहीं किया गया। जावेद के यह बताने पर वह सामाजिक सेवा कर रहा है इसलिए दर्ज प्रकरण को खारिज किया जा रहा है।
यह भी पढ़ें: नेहरु को कोसते—कोसते सांस उखड़ आती थी, आज उन्हीं की विरासत से बच रही है नाक
दिनभर बचते रहे अफसर
इस मामले में भोपाल पुलिस की जमकर किरकिरी हो गई। दिनभर वह अपने टीआई को बचाने की कोशिश में जुटी रही। लेकिन, पूरे घटनाक्रम का वीडियो वायरल हो गया। जिसके बाद पुलिस के अधिकारियों को चुप्पी साधनी पड़ी। ऑटो ड्रायवर जावेद के साथ गलत आचरण (Bhopal Cop Misbehavior News) करने वाले टीआई को किसी तरह का नोटिस नहीं दिया गया। बल्कि ऑटो ड्रायवर को स्पेशल पास जारी कर दिया गया। ताकि वह उसके साथ हुई घटना को भूलकर मामले को दबाने में सहयोग करे। पुलिस ने लॉक डाउन के दौरान ऑटो एम्बुलेंस चलाने के लिए स्पेशल परमिट दिया गया है।