अब मामले को दबाने में जुटे थाने के अफसर
भोपाल। पुलिस के अफसरों को सिखाया जाता है कि काम ऐसा करो कि दाहिने हाथ के काम करने वाले व्यक्ति को बाएं हाथ के काम की खबर न हो। कहने का आशय यह है कि इतनी अधिक कमांड रखी जाए कि कोई कुछ करने की भी न सोच सके। लेकिन, मध्यप्रदेश (#Madhya Pradesh Crime) की राजधानी भोपाल (#Bhopal Crime) के एक थाने से उसके सतर्क होने का राज उजागर हो गया है। मामला एमपी नगर (MP Nagar) थाना क्षेत्र का है। इस थाने में पुलिस को एक मोपेड लावारिस मिली थी। लेकिन, उसी मोपेड की थाना पुलिस ने चोरी की रिपोर्ट दर्ज कर ली।
मध्यप्रदेश (@Madhya Pradesh Crime) की राजधानी भोपाल (@Bhopal Crime) के एमपी नगर थाने का हुआ यह मामला अभी समझ में नहीं आएगा। इसके लिए आपको पूरी स्टोरी पड़नी होगी। दरअसल, एमपी नगर थाना क्षेत्र में पवन गुप्ता (Pavan Gupta) नाम के व्यक्ति ने अपनी मोपेड शिवाजी नगर में एक घर के सामने खड़ी कर दी थी। गुप्ता अगले दिन पहुंचे तो वह वहां से गायब मिली। गुप्ता थाने पहुंच गए और मामला दर्ज करा दिया। इससे पहले पुलिस ने मोपेड की तलाश के लिए उसका नंबर भी प्रसारित किया। जब वह नहीं मिली तो पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया। लेकिन, हैरानी तब हुई जब गुप्ता को वह मोपेड थाने के सामने पार्किंग में दिखाई दी। गुप्ता ने मोपेड देखी तो थाना पुलिस मामले को दबाने में जुट गई।
कहानी कुछ इस तरह से है जहां गुप्ता ने मोपेड पार्क की थी वहां एक महिला ने उसको लावारिस खड़ी होने पर पुलिस को सूचना दी। पुलिस उसको जब्त करके थाने ले आई थी। उसकी बकायदा रोजनामचे में इंट्री भी दर्ज की गई। लेकिन, इसके बाद पुलिस ने उसकी सुध नहीं ली। पुलिस को होश तब आया जब एफआईआर दर्ज होने के बाद फरियादी ने मोपेड को थाने में ही पाया।