Bhopal Cyber Crime: तीन आरोपियों को ब्लैकमेलिंग करने के आरोप में किया गया गिरफ्तार
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की ताजा न्यूज (Bhopal Cyber Crime) सेक्स एक्सटॉर्शन गिरोह की है। यह गिरोह राजस्थान (Rajasthan) और हरियाणा से संचालित था। इसके तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह लोग फेसबुक की फर्जी आईडी बनाते थे। जिसमें महिला की आकर्षक तस्वीर लगाकर लोगों से दोस्ती करते थे। फिर उन्हें व्हाट्स एप पर अश्लील वीडियो और तस्वीर भेजकर उकसाते थे। शिकार जब फंस जाता था तब उन्हें नग्न होने के लिए कहते थे। फिर उसकी वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करते थे।
पांच मोबाइल खोलेंगे राज
इस मामले में अशोका गार्डन में रहने वाले एक व्यक्ति ने क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें पुलिस ने 153/2021 धारा 384 के तहत के दर्ज किया है। इस मामले में आरोपी हरियाणा (Haryana) के मेवात स्थित फिरोजपुर झिरका से वसीम (Wasim), राजस्थान के अलवर से पुरुषोत्तम और यादराम (Yadram) को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के कब्जे से पांच मोबाइल, तीन एटीएम कार्ड, 10 सिम, पांच मेमोरी कार्ड के अलावा अन्य दस्तावेज मिले हैं। मेमोरी कार्ड में कई लोगों की वीडियो है जिसमें वे नग्न दिख रहे हैं। पुलिस ने आरोपियों के बैंक खातों को भी फ्रीज कराया है।
60 लाख रुपए से अधिक की ठगी
गिरफ्तार आरोपियों वसीम, पुरुषोत्तम (Puroshottam) और यादराम से अभी पूछताछ की जा रही है। पुलिस नग्न होने वाली महिला के बारे में पूछताछ कर रही है। वही महिला लोगों को उकसाने का काम करती थी। पुलिस को शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोपी के बीओबी, एयरटैल, एचडीएफसी बैंक में खाते हैं। इनमें जिन्होंने रकम जमा कराई उनका ब्यौरा हासिल किया जा रहा है। आरोपियों ने एमपी के अलावा, गुजरात (Gujrat), महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ के अलावा दिल्ली (Delhi) में कई लोगों को इस तरह से फंसाया है। इनकी संख्या अभी तक 60 बताई जा रही है। आरोपी लगभग एक साल से सक्रिय थे। जिन्होंने करीब 60 लाख रुपए ब्लैकमेल करके लोगों से पैसे ऐंठ लिए हैं।
काफी दिनों से चल रही थी मशक्कत
इस गिरोह को बेनकाब करने के लिए सायबर क्राइम (Bhopal Cyber Crime) की टीम काफी दिनों से मशक्कत कर रही थी। जांच टीम में टीआई सुनील केवट (TI Sunil Kevat), एसआई कविता उईके, मोनिका गरवाल, बृजकिशोर गर्ग, अंकित नायक, कांस्टेबले पी.चित्रा राव समेत कई अन्य शामिल थे। पुलिस की टीम आरोपियों के मोबाइल से चेटिंग का डाटा रिट्रीव करने का भी काम कर रही है। वहीं सिम से बने फेसबुक पेज का भी ब्योरा जुटाया जा रहा है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस गिरोह के तार दूसरे नेटवर्क से है कि नहीं यह भी पता लगाया जा रहा है।