चंद घंटों में निकली चीन विरोध की हवा, सरकारी आदेश पलटा

Share

चाइनीज एप्स हटाने से संबंधित इंदौर डीआईजी का आदेश निरस्त

Uninstall Chinese Apps
सांकेतिक फोटो

इंदौर। सोशल मीडिया पर आप चाहे जितना विरोध कर लीजिए। बायकॉट चाइना (Boycott China), Uninstall Chinese Apps पर ट्रेंड चला लीजिए। लेकिन धरातल पर उतरते-उतरते चीन विरोधी मुहिम (Anti China Campaign) कमजोर पड़ने लगती है। चीन के विरोध के नाम पर राजनीति चमकाने वालों को आपने सड़क पर उतरकर सामान जलाते तो देखा ही होगा। पुरानें खराब हो चुके उपकरणों की होली जला दी जाती है। फिर हम मेड इन चाइना मोबाइल से फोटो निकालकर, मेड इन चाइना एप पर ही अपलोड कर देते है। हर बार इसी तरह हम अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर लेते है।

पहली बार एप्स का विरोध हुआ शुरु

भारत-चीन सीमा पर गलवान घाटी (Galwan Valley) में हुई सैनिकों की झड़प के बाद देश में एक बार फिर चीन विरोधी हवा चलने लगी है। इस बार चाइना के उपकरणों के साथ-साथ एप का विरोध भी किया जा रहा है। इंजीनियर सोनम वांगचुक के आव्हान के बाद लोगों में चाइनीज एप (Uninstall Chinese Apps) के खिलाफ जागरुकता आई है। इसी जागरुकता को बल देने के लिए इंदौर डीआईजी हरिनारायणचारि मिश्र ने एक आदेश जारी किया था।

नजीर बन सकता था डीआईजी का आदेश

डीआईजी इंदौर ने गृह मंत्रालय भारत सरकार के सुझावों का हवाला देते हुए आदेश जारी किया था। आदेश में 50 चाइनीज एप्स के नाम भी दिए गए थे। जिन्हें मोबाइल से हटाने का आदेश था। वजह के तौर पर बताया गया कि चाइनीज एप्स आपकी व्यक्तिगत और अन्य डाटा चुरा सकते है।

यह भी पढ़ें:   Bhopal News: राजधानी में बेतरतीब बने स्पीड ब्रेकर से हो रहे हादसे

डीआईजी के इस आदेश को चाइनीज एप्स के विरोध में कड़े कदम के तौर पर देखा जाने लगा। देखते ही देखते डीआईजी का आदेश सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गया। लोगों को ये सरकारी फरमान इतना पसंद आने लगा कि देशभर में इस आदेश के नजीर बनने की उम्मीद जाग उठी। लेकिन उससे पहले ही दूसरा सरकारी आदेश आ गया।

चंद घंटों में पलटा आदेश

चाइनीज एप के विरोध में जारी हुए आदेश के कुछ ही घंटों बाद डीआईजी दफ्तर से ही दूसरा फरमान जारी हो गया। दूसरे फरमान में कहा गया कि चाइनीज एप्स विरोधी आदेश को तत्काल प्रभाव में निरस्त किया जाता है। एक आदेश जो नजीर बन सकता है, उसे चंद घंटों में ही पलट दिया गया। आदेश को निरस्त किए जाने के पीछे कोई मजबूत वजह नहीं बताई गई। हालांकि ये जरूर कहा गया कि इस संबंध में पृथक से आदेश जारी किया जाएगा।

यह भी पढ़ेंः खाली हाथ ही थे हमारे सैनिक ! राहुल गांधी ने वीडियो जारी किया

खबर के लिए ऐसे जुड़े

हमारी कोशिश है कि शोध परक खबरों की संख्या बढ़ाई जाए। इसके लिए कई विषयों पर कार्य जारी है। हम आपसे अपील करते हैं कि हमारी मुहिम को आवाज देने के लिए आपका साथ जरुरी है। इसलिए हमारे www.thecrimeinfo.com के फेसबुक पेज और यू ट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें। आप हमारे व्हाट्स एप्प न्यूज सेक्शन से जुड़ना चाहते हैं या फिर कोई घटना या समाचार की जानकारी देना चाहते हैं तो मोबाइल नंबर 9425005378 पर संपर्क कर सकते हैं।

Don`t copy text!