Bhopal Crime : स्टेशन पर जमीन से आग और धुआं निकालने का झांसा देकर ठग रहे जालसाज

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जालसाजों की बातों ने सम्मोहित हुए दो युवकों ने पर्स कर दिए हवाले

फाइल फोटो

भोपाल। (Bhopal Crime) स्टेशन , बस स्टैंड या अन्य सार्वजनिक जगहों पर आप अनजान लोगों से बातचीत न ही करें तो अच्छा हैं। ये हम इसलिए कह रहे है कि राजधानी भोपाल में बातों में फंसाकर ठगी करने की वारदाते बढ़ती जा रहीं है। ताजा मामला भोपाल रेलवे स्टेशन का है। जहां दो युवक ठगी का शिकार हो गए। जालसाजों ने उन पर ऐसा जादू किया कि युवकों ने अपने पर्स ठगों को सौंप दिए।

मामला 12 अगस्त का है। विदिशा के पठारी में रहने वाला गोलू और उसका दोस्त सुरेश अहिरवारर इंदौर—भोपाल पैंसेजर भोपाल स्टेशन पर उतरे थे। शाम 6 बजे ट्रेन से उतरकर मंडी बामौरा जाने के लिए वो प्लेटफार्म नंबर 6 पर पहुंचे। जहां दोनों भोपाल—बिलासपुर एक्सप्रेस का इंतजार कर रहे थे। तभी शाम साढ़े सात बजे उनके पास दो लड़के आए। मेल मुलाकात करते हुए दोनों ने गोलू और सुरेश का नाम पूछा। नाम पूछने के बाद वह कहने लगे कि तुम दोनों की राशियां इस वक्त खराब चल रही है। जालसाजों ने कहा कि वह तंत्र विद्या से उनकी सारी समस्याओं का निदान कर देंगे।

जालसाजों की बातों ने दोनों दोस्त इतने सम्मोहित हो गए कि अपने हाथों से अपने पर्स बदमाशों के सुपुर्द कर दिए। जालसाजों ने उनके पर्स जमीन पर रख दिए। फिर वे कहने लगे कि जमीन से धुआं और आग निकलते दिखेगी। सुरेश और गोलू के मुताबिक उस वक्त जब उन्होंने वहां देखा तो वाकई धुआं और आग निकलती दिखाई दी। इसके बाद जालसाजों ने गोलू और सुरेश से कहा कि वह बैंच से 251 कदम गिनते हुए जाए। इस दौरान पीछे पलटकर देखने से मना किया। कुछ दूर जाकर देखा तो वह दोनों बदमाश गायब थे। पर्स में 500 रुपए के चार नोट थे। इसके अलावा आधार कार्ड, वोटर आईडी, एटीएम समेत यात्रा टिकट रखा था। इसी तरह सुरेश के पर्स में 500 रुपए के तीन नोट भी थे।

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जल्द पकड़ लेने का दावा

पुलिस का दावा है कि वह जल्द अपराधियों को दबोच लेगी। लेकिन, कैसे के सवाल पर वह खामोश है। गोलू और सुरेश की लापरवाही के चलते धोखाधड़ी की यह घटना हुई। लेकिन, वह पुलिस के लिए कामयाब कड़ी भी लेकर थाने पहुंचे थे। पुलिस इस तथ्य को छुपाकर झूठी वाहवाही लूटने का प्रयास कर रही है। दरअसल, जब वारदात हुई तो गोलू और सुरेश ने जालसाजों की तस्वीर मोबाइल से खींच ली थी। लेकिन, पुलिस ने उन तस्वीर को अपने संसाधनों से धुलवाने की बजाय फरियादी को धुलाकर देने के लिए कहा।

 

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