Bhopal News: एक थाने में दो तरह के अनुभव, कांस्टेबल ने आदर्श होने की मिसाल दी तो एएसआई बोले घर जाकर मुझे सोना है
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल और इंदौर में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू करने का ऐलान कर चुके हैं। हालांकि इसके मैदान में लागू होने के पूर्व नियमानुसार कार्रवाई होगी। इधर, शहर में पुलिस के प्रति लोगों का नजरिया वैसे भी सकारात्मक नहीं होता है। यह हम यूं ही नहीं कह रहे। मामला भोपाल (Bhopal News) के बागसेवनिया थाने का है। यहां संदिग्ध परिस्थितियों में हुई दो मौत के मामले में हमारी तरफ से जानकारी चाही गई। इसमें से एक मामले में थाने के कांस्टेबल ने भरपूर सहयोग किया। दूसरे मामले से वे अनजान थे। इसलिए उन्होंने एएसआई भूपेन्द्र पाठक (ASI Bhupendra Pathak) का नंबर दे दिया। हमें जो अनुभव हुआ वह अच्छा नहीं था।
एम्स अस्पताल से मिली थी सूचना
जानकारी के अनुसार बागसेवनिया थाना प्रभारी आवश्यक बैठक में मौजूद थे। इसलिए थाने से जानकारी मांगी गई थी। एएसआई भूपेन्द्र पाठक ने कहा कि उनकी रात्रिकालीन ड्यूटी थी। वे पीएम कराने हमीदिया अस्पताल आए हैं। मुझे घर जाकर सोना है। इसलिए थाने से उन्होंने मौत की जानकारी लेने की सलाह दी। थाना पुलिस के अनुसार आदित्य चिलबुले पिता दिलीपी चिलबुले उम्र 29 साल की मौत हुई है। वह गुलाबी नगर में रहता था। आदित्य चिलबुले (Aditya Chilbule) की मौत की सूचना एम्स अस्पताल से 21 नवंबर की रात लगभग 10 बजे डॉक्टर सुष्मिता (Dr Sushmita) ने दी थी। बागसेवनिया पुलिस मर्ग 59/21 दर्ज कर मामले की जांच करने का दावा कर रही है। शव पीएम के लिए हमीदिया अस्पताल भेज दिया गया है। हमने इस विषय को इसलिए उठाया है ताकि शहर पुलिस में असंवेदनहीनता को उजागर करके प्रणाली में सुधार से संबंधित लोगों को सामने लाया जाए।
थाने में थी पूरी जानकारी
इसी थाने में दूसरी महिला की मौत का मामला दर्ज किया गया है। इसकी भी सूचना एम्स अस्पताल से डॉक्टर अभय (Dr Abhay) ने 21—22 नवंबर की रात लगभग दो बजे दी गई। थाना पुलिस ने बताया कि इस मामले में मर्ग 60/21 दर्ज किया गया है। मृतका संगीता कमसा वैनिक पिता एसकेके वैनिक उम्र 39 साल है। वह साकेत नगर में रहती थी। उसको पिता इलाज के लिए अस्पताल ले गए थे। थाना पुलिस ने हार्ट अटैक से मौत होने की संभावना जताई है। बागसेवनिया पुलिस मर्ग 60/21 दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। इस मामले में थाना पुलिस ने सभी सवालों के जवाब बड़े सहजता से दिए। जबकि एएसआई से जो अपेक्षा थी वे उसके विपरीत निकले।
यह भी पढ़ें: भोपाल के इस बिल्डर पर सिस्टम का ‘रियायती सैल्यूट’, परेशान हो रहे 100 से अधिक परिवार
खबर के लिए ऐसे जुड़े
हमारी कोशिश है कि शोध परक खबरों की संख्या बढ़ाई जाए। इसके लिए कई विषयों पर कार्य जारी है। हम आपसे अपील करते हैं कि हमारी मुहिम को आवाज देने के लिए आपका साथ जरुरी है। हमारे www.thecrimeinfo.com के फेसबुक पेज और यू ट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें। आप हमारे व्हाट्स एप्प न्यूज सेक्शन से जुड़ना चाहते हैं या फिर कोई घटना या समाचार की जानकारी देना चाहते हैं तो मोबाइल नंबर 7898656291 पर संपर्क कर सकते हैं।