MP Corrupt Officer: गोली कांड में नाम निकालने के बदले मांगी जा रही थी रकम, लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथों दबोचा
भोपाल। रीवा जिले के गोविंदगढ़ थाने में तैनात टीआई और एसआई को लोकायुक्त पुलिस की एक टीम ने बुधवार सुबह रंगे हाथों (MP Corrupt Officer) दबोचा है। दोनों अफसर 10 हजार रुपए की रकम लेते दबोचे गए। आरोप है कि वे पिछले दिनों हुए एक गोली कांड में नाम हटाने के बदले में यह रकम मांग रहे थे। इस कार्रवाई के बाद रीवा एसपी नवनीत भसीन (SP Navneet Bhasin) ने दोनों अफसरों को निलंबित करने के आदेश भी दे दिए।
रेस्ट हाउस में ली रकम
रीवा एसपी लोकायुक्त गोपाल सिंह धाकड़ (SP Gopal Singh Dhakad) ने बताया कि इस संबंध में शिकायत प्रियांश मिश्रा (Priyansh Mishra) ने की थी। उसने बताया था कि गोविंदगढ़ थाना प्रभारी सुरेन्द्र सिंह बघेल उससे पहले ही 10 हजार रुपए ले चुके है। अब वे नए सिरे से पैसे मांग रहे हैं। यह रकम एक गोली कांड से नाम काटने के बदले में एसआई दलजीत सिंह परिहार (SI Daljeet Singh Parihar) की मदद से मांगी जा रही है। जिसके बाद टीम बनाकर रेस्ट हाउस में दोनों अफसरों को रंगे हाथों पकड़ा गया। सुरेन्द्र सिंह बघेल (TI Surendra Singh Baghel) भोपाल, हरदा, छिंदवाड़ा समेत अन्य जिलों में तैनात रह चुके है। वे हाल ही में कार्यवाहक निरीक्षक बनने के बाद पहला गोविंदगढ़ थाने के प्रभारी बने थे। सुरेंद्र सिंह बघेल की नियुक्ति 1986—87 में सिपाही के पद से हुई थी। वे अविभाजित मध्यप्रदेश में गृहमंत्री रहे चरणदास महंत के बंगले में तैनात रहे थे। इसके अलावा भोपाल के एमपी नगर, गोविंदपुरा, हबीबगंज थाने समेत कई अन्य थानों में उन्होंने नौकरी की थी।
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