Bhopal News: कलई खुली तो नए झमेले में फंस गया कारोबारी का बिगडैल बेटा, पुलिस से की थी हाथापाई
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की ताजा न्यूज (Bhopal News) एमपी नगर थाने से मिल रही है। यहां दो युवकों ने आधी रात पहले सड़क में गदर मचाया। एक निजी कंपनी का गार्ड रोकने पहुंचा तो उसको दोनों युवकों ने पीट दिया। फिर पुलिस पहुंची तो उन्हें भी नहीं बख्शा। दोनों को थाने ले जाया गया तो पूर्व सांसद का बेटा बताकर थाने में जीना मुहाल कर दिया। हालांकि सुबह होते—होते कलई खुली तो पूरी कहानी से पर्दा उठ गया।
यह मिली थी सूचना
एमपी नगर थाना पुलिस के अनुसार 19—20 सितंबर की दरमियानी रात लगभग ढ़ाई बजे 508/21 धारा 294/323/353/332/34 (गाली—गलौज, मारपीट, सरकारी काम में बाधा पहुंचाकर, सिपाही से मारपीट और एक से अधिक आरोपी) का केस दर्ज किया है। मारपीट की यह घटना एमपी नगर स्थित बैंक स्ट्रीट में हुई है। शिकायत सिपाही निर्मल सिंह राजपूत पिता प्रेम सिंह राजपूत उम्र 26 साल ने दर्ज कराई है। वह नेहरु नगर पुलिस लाइन में रहते है। इस मामले में आरोपी अमित नीखरा और सारस्वत गुप्ता है। निर्मल सिंह राजपूत (Nirmal Singh Rajput) एमपी नगर थाने की चार्ली ड्यूटी के दौरान गश्त पर थे। उनके साथ एक अन्य सिपाही सुरेश सोलंकी (Suresh Solanki) भी थे। तभी उनका आमना—सामना आरोपियों से हुआ। इससे पहले एमपी नगर में गोदरेज के दफ्तर के बाहर सिक्योरिटी गार्ड से मारपीट करने की सूचना मिली थी।
रसूख सुनकर पुलिस आगे—पीछे होती रही
उसी सूचना पर रवाना होकर वे दोनों निकले थे। अमित नीखरा और सारस्वत गुप्ता (Sarswat Gupta) गाड़ी में सवार थे। दो महिलाएं भी उनके साथ दिखाई दे रही थी। दोनों सिपाही आरोपियों को समझाने पहुंचे तो एक आरोपी ने गार्ड को तमाचा मार दिया। आरोपियों ने दोनों पुलिस कर्मियों को भी तमाचा धर दिया। दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया था। पुलिस सूत्रों ने बताया कि दोनों आरोपी शहर के रसूखदार परिवार से ताल्लुकात रखते हैं। जिसके बाद पूरे प्रकरण को लेकर एमपी नगर थाने के अधिकारी आगे—पीछे होेते रहे। पूरे प्रकरण को सिपाही के कारण दर्ज होना बताकर जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ते रहे। हालांकि जब सच्चाई सामने आई तो अफसरों ने थोड़ी राहत की सांस ली।
दो कहानियों पर पर्दा
अमित नीखरा (Amit Nikhra) को गिरफ्तार करके मेडिकल भेजा गया तो उसने पिता का नाम रामेश्वर नीखरा (Rameshwar Nikhra) बताया था। हालांकि सुबह होने तक पूरी स्थिति साफ हो गई। एकपी नगर थाना प्रभारी सुधीर अरजरिया (TI Sudhir Arjaria) का कहना है। कि उसके पिता की चूना भट्टी में मिठाई की दुकान है। जबकि कार सारस्वत गुप्ता की थी। कार में दो युवतियां थी। जिनको दोनों आरोपी रिश्तेदार बता रहे थे। पिता का गलत नाम बताने पर धारा 177 का इजाजा कर दिया गया है। इधर, यह चारों लोग एक क्लब से पार्टी करके बाहर निकले थे। इस क्लब का नाम पूरे एपिसोड से गायब हुआ। जबकि इस क्लब में अक्सर विवाद की स्थिति बनती है। वहीं रात एक बजे तक क्लब खुले होने की बात उजागर होती तो किरकिरी होती इसलिए पुलिस ने कहानी में पेंच लगा दिए।
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