चुनाव के लिए वाहन जब्त करने को लेकर हुआ था विवाद, हाईकोर्ट अधिवक्ताओं की पांच सदस्यीय जांच टीम बनाई गई, एएसपी को सौंपी गई निगरानी
जबलपुर। जबलपुर जिले के गोरखपुर थाना प्रभारी उमेश तिवारी पर आरोप है कि उन्होंने भाजपा के एक कार्यकर्ता को तमाचा मार दिया। मामले ने इतना तूल पकड़ा कि भाजपा सांसद राकेश सिंह सैंकड़ों कार्यकर्ताओं को लेकर थाने में जम गए। जब अफसरों ने टीम बनाकर जांच के बाद कार्रवाई का भरोसा दिलाया तो मामला शांत हो सका।
क्यों हुई मारपीट
शंकर शाह वार्ड के भाजपा संयोजक वीरेन्द्र पटेल हैं। उनका एक निजी वाहन चुनाव ड्यूटी के लिए पुलिस ने अधिगृहीत कर लिया था। इस अधिगृहण को लेकर वे थाने पहुंच गए। पटेल हाईकोर्ट में अधिवक्ता भी है। उन्होंने थाना प्रभारी उमेश तिवारी से नियम पूछे तो अभद्रता की गई। कार्यकर्ताओं का आरोप था कि थाना प्रभारी ने तमाचा मारकर उन्हें बाहर निकाल दिया था। थाने के भीतर लगभग छह घंटे तक हंगामा भी हुआ। जिसे सुलझाने के लिए अफसरों को काफी मशक्कत करना पड़ी।
यह भी लगाए गए आरोप
मामले की जानकारी लगने पर जबलपुर सांसद के लिए भाजपा प्रत्याशी राकेश सिंह स्वयं थाने पहुंच गए। उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए आरोप लगाया कि पुलिस-प्रशासन कांग्रेस सरकार के इशारे पर काम कर रहा है। शराब-पैसा बांटा जा रहा है। बताने के बावजूद थाना और प्रशासन कार्रवाई नहीं करता। सिंह ने कहा कि अब पुलिस का इस्तेमाल करके कार्यकर्ताओं को डराया जा रहा है।
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कमेटी की रिपोर्ट पर होगा एक्शन
इस मामले को लेकर अधिवक्ताओं की पांच सदस्यीय कमेटी बनाई गई है। इसमें बार एसोसिएशन के सचिव हरप्रीत सिंह रूपराहा, उपाध्यक्ष परितोष त्रिवेदी, सचिव राकेश तिवारी, मनीष मिश्रा के अलावा वीरेन्द्र पटेल भी शामिल किए गए हैं। यह कमेटी एएसपी राजेश त्रिपाठी की अगुवाई में जांच करेगी। यह जानकारी देते हुए एसपी निमिष अग्रवाल ने बताया कि रिपोर्ट मिलने के बाद थाना प्रभारी पर निर्णय किया जाएगा।