मध्यप्रदेश में पहले चरण के बाद याद आई गलती, एडीजी प्रशासन ने जारी किया आदेश
भोपाल। मध्यप्रदेश में चार चरणों में लोकसभा के लिए मतदान होने हैं। सोमवार को इसके तहत पहले चरण का मतदान हो गया। इस बीच पुलिस मुख्यालय को अपनी एक गलती की याद आई। जिसे आनन-फानन में सुधार दिया गया है। आदेश के तहत पन्ना के एक टीआई को पीएचक्यू अटैच कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश में सोमवार को छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, सीधी, बालाघाट और शहडोल में मतदान हुआ। इस मतदान में सर्वाधिक मतदान का प्रतिशत छिंदवाड़ा में दर्ज किया गया। यहां विधानसभा के लिए भी उप चुनाव थे। जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ की दावेदारी है। चुनाव को पारदर्शी बनाने के लिए चुनाव आयोग ने पुलिस-प्रशासन के सभी अफसरों को मैदानी पोस्टिंग से हटाने का दावा किया था। इसी बीच एक थाना प्रभारी इस आदेश के कारण रह गए जिन्हें आनन-फानन में हटाने का आदेश जारी किया गया।
आदेश एडीजी प्रशासन एसडब्ल्यू नकवी ने जारी किया है। आदेश में कहा गया है कि सागर लोक सभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार राज बहादुर सिंह हैं। उनके भाई वीरेन्द्र बहादुर सिंह है जो पन्ना जिले के अजयगढ़ थाने के प्रभारी है। सोमवार शाम उनकी तैनाती को लेकर पीएचक्यू ने बकायदा आदेश जारी किया। इसमें कहा गया है कि वीरेन्द्र सागर के प्रत्याशी के भाई है। इसलिए आगामी आदेश तक उन्हें थाने से हटाकर पीएचक्यू अटैच किया जाता है। इस आदेश को लेकर पीएचक्यू के अफसरों का दावा है कि सागर लोकसभा सीट में उम्मीदवार का चयन देरी से किया गया। इसलिए रिश्तेदारों की जानकारी नहीं मिल सकी थी। आदेश में कहा गया है कि थाना प्रभारी तत्काल पीएचक्यू में आकर रिपोर्ट करें। इस मामले को लेकर चुनाव आयोग में शिकायत की गई थी। जिसके बाद यह आदेश जारी किया गया है।