पुलिस के रिकॉर्ड में 50 हजार का माल चोरी होना बताया, पीड़ित का दावा पुलिस बहुत कुछ जानकारी छुपा रही
भोपाल। (Bhopal Crime News In Hindi) लॉक डाउन में ताले टूट रहे है। अफसर पूछताछ तो करेंगे। इसलिए फटकार से बचने के लिए पुलिस अपनी कहानी रच रही है। ताजा मामला मध्य प्रदेश (MP Crime News) की राजधानी भोपाल (Bhopal Crime News) का है। यहां एक चोर (Bhopal Theft Case) एसी की हवा खाने के बाद थोड़ा आराम के लिए सोफे में लेट गया। उसकी नींद लग गई जब खुली तो उसके सामने पुलिस थी। हालांकि पुलिस इस कहानी के उलट आरोपी के घर से सामान बरामद करने समेत कई दावे कर रही है। जिनको चोरी (Bhopal Stolen Case) की शिकायत करने वाला फरियादी झूठी कहानी बता रहा है।
यह है पुलिस की कहानी
अशोका गार्डन थाना पुलिस ने द क्राइम इंफो डॉट कॉम को बताया कि सेमरा में अरेरा कॉलोनी निवासी बलदीप सिंह (Baldeep Singh) पिता कुलदीप सिंह उम्र 30 साल का कारखाना है। इस कारखाने से पेंट के डिब्बे, मशीन, कार की बैटरी समेत करीब 50 हजार रुपए का माल चोरी गया था। जिसकी पड़ताल के बाद पुलिस ने एक संदेही को हिरासत में लिया है। यह संदेही कोलुआ गांव में रहने वाला चंदन सिंह राजपूत (Chandan Singh Rajput) है। आरोपी के घर से चोरी गया माल बरामद कर लिया गया है। आरोपी से पुलिस सख्ती से पूछताछ कर रही है। हालांकि पुलिस की यह पूरी कहानी और घटनाक्रम में कई पेंच हैं। जिसका सामना अदालत में पुलिस को ही करना है। इस पेंच का फायदा हिरासत में लिए गए चंदन सिंह राजपूत को मिल सकता है। यह कहते हुए मामले की शिकायत करने वाले बलदीप सिंह ने पुलिस कार्रवाई पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका दावा है कि जैसा हुआ वैसा पुलिस ने अपनी एफआईआर में लिखा ही नहीं।
अगर सच है तो कई नपेंगे
बलदीप सिंह के पिता कुलदीप (Kuldeep Singh) मॉडल स्कूल के रिटायर्ड प्रिंसीपल है। वरिष्ठ पद से 1994 में वे रिटायर हुए जिससे मिली रकम और कर्ज लेकर इंडस्ट्रियल एरिया में फैक्ट्री डाली गई। फैक्ट्री में आराम के लिए कमरे और किचन समेत अन्य सामान भी बना है। बलदीप सिंह ने बताया कि उनके मैनेजर दीपक चावला का उनके पास फोन आया था। उन्होंने ही बताया था कि कारखाना का ताला खुला है। जबकि लॉक डाउन के चलते कारोबार बंद करके सभी घर पर बैठे थे। मैनेजर को शक हुआ तो वह भीतर चला गया। वहां कांच टूटा था जिसकी कीमत 35 हजार रुपए थी। भीतर एयर कंडीशनर चल रहा था और वहां चंदन सिंह राजपूत सो रहा था। उसको पकड़कर पुलिस को सौंपा गया। बलदीप सिंह ने बताया कि मैंने इससे पहले भी हुई एक घटना की जानकारी पुलिस के आला अफसरों को दी थी। फिर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके अलावा यह दूसरा मामला है जिसमें पुलिस ने पूरी कहानी ही बदल दी। चंदन सिंह राजपूत अपने पांच अन्य साथियों का नाम ले रहा था। जिसका थाना पुलिस खुलासा ही नहीं कर रही।
अपील
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