Bhopal News: दंपत्ति ने चोर को पकड़ा, उसने अपना रिज्यूम नोट कराया फिर पकड़ से छूट गया, कहानी सच्ची तो लगती है लेकिन अच्छी नहीं
भोपाल। पुलिस महकमे को लेकर कई तरह की फिल्में बनी है। बॉक्स आफिस में हिट कराकर प्रोड्यूसर—डायरेक्टर से लेकर अभिनेता मालामाल भी हो गए। इनमें से अधिकांश फिल्मों में पुलिस की छवि जुगाड वाली या फिर सर परस्त वाली बताई जाती है। बोला यह भी जाता है कि फिल्में समाज का आईना होती है। यह सबकुछ यूं नहीं बनता या फिर बताया जाता। अब आप सोच रहे होंगे कि इतनी फिलोस्फी हम क्यों झाड़ रहे है। दरअसल, मामला है ही इतना रोचक कि आपको बिना भूमिका के बताना हमें अच्छा नहीं लगेगा। मामला मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के पिपलानी थाना क्षेत्र का है।
हमारा सिर्फ यह सवाल, क्या है संभव हैं
पिपलानी थाना पुलिस के अनुसार 27 दिसंबर की शाम लगभग साढ़े पांच बजे 1329/21 धारा 457/380 (रात में चोरी) का मामला दर्ज किया गया है। घटनास्थल अयोध्या बायपास स्थित किरण नगर की है। जिसकी शिकायत पल्लवी तिवारी पति सुनीत कुमार गुप्ता उम्र 30 साल ने दर्ज कराई है। वह 19 दिसंबर को बिहार में रहने वाले दादा के पास गई थी। पल्लवी तिवारी (Pallavi Tiwari) टाटा ट्रैन्ट में जॉब करती है। दादा की तबीयत खराब थी। यह उनके साथ संयोग कहे कि खुशकिस्मती जब वे 26—27 दिसंबर की दरमियानी रात लगभग दो बजे पति सुनीत कुमार गुप्ता के साथ वापस लौटी। ताला खोला तो भीतर से एक व्यक्ति निकलकर बाहर की तरफ भागा। जिसका पीछा पति—पत्नी ने किया। इस पीछा करने के दौरान पुलिस की पेट्रोलिंग पार्टी कहीं भी नजर नहीं आई। हालांकि शहर बड़ा हो सकता है इसलिए पुलिस पर दोष ठहराना ठीक नहीं होगा।
यह तो पूरी फिल्मी है भैया
जिस व्यक्ति के पीछे दंपत्ति भागे थे वह उनके घर से मंगलसूत्र, झुमके, चेन, कंगन लेकर फरार हुआ था। पल्लवी तिवारी के घर में वह व्यक्ति किचन की ग्रिल की खिड़की उखाड़कर भीतर घुसा था। अलमारी का सामान पलंग पर बिखरा पड़ा था। दंपति ने जब चोर को पकड़ा था तब उसके कब्जे से लोहे का पेचकस, लोहे की रॉड, छोटा कटर कागज में लिपटा हुआ मिला। उसके पास एक आधार कार्ड भी था। जिसमें मोहम्मद इलियास (Bhopal Theft Case) पिता मुन्ने खां करबला रोड मस्जिद साजिद नगर पता था। उसका सारा सामान पल्लवी तिवारी के पति ने अपने कब्जे में ले लिया। उसको जब पकड़कर थाने ला रहे थे तो चोर गाडी से छूटकर भाग गया। पुलिस ने पीड़ित के हवाले से एफआईआर में देरी की वजह बताते हुए जानकारी दी है कि रात होने के कारण दंपत्ति थाने में नहीं आ सकी थी।
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