Indore Crime : जिस बिल्डिंग के लिए बल्ला उठाया वह तोडऩे का आदेश शिवराज सरकार में हुआ जारी

Share

Indore Crimeजिला अदालत ने विधायक आकाश विजयवर्गीय की जमानत अर्जी की खारिज, अब भोपाल जिला अदालत में होगी सुनवाई, एक पुराने प्रदर्शन पर नया मामला दर्ज

इंदौर। जिस जर्जर (Indore Crime) बिल्डिंग के लिए इंदौर-3 से भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय ने निगम अफसर को पीटने के लिए बल्ला हाथ में थामा था उसको तोडऩे का आदेश तत्कालीन शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने जारी किया था। इधर, आकाश विजयवर्गीय की अग्रिम जमानत अर्जी पर सुनवाई के बाद उसे अदालत ने खारिज कर दिया।

जानकारी के अनुसार (Indore Crime) इंदौर के एमजी रोड स्थित कॉलोनी के जर्जर मकान को तोडऩे का आदेश अप्रैल, 2018 में जारी किया गया था। इसे जारी करने की अनुमति इंदौर महापौर मालिनी गौड ने जारी की थी। उस वक्त प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान थे। सोशल मीडिया में आदेश भी वायरल हुआ। इधर, भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय को अदालत ने जमानत देने से इनकार कर दिया। आकाश विजयवर्गीय को बुधवार शाम अदालत ने 11 जुलाई तक न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजने के आदेश दिए थे। इसके अलावा आकाश विजयवर्गीय के खिलाफ मुश्किल बढ़ गई है। उनके खिलाफ (Indore Crime) बिजली ऑफिस पर प्रदर्शन करने को लेकर नया मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में जेल में जाकर गिरफ्तारी भी की गई। आकाश विजयवर्गीय ने बिजली कटौती के खिलाफ यह प्रदर्शन किया था। इधर, आकाश विजयवर्गीय का मामला जनप्रतिनिधि से जुड़ा होने के कारण जमानत अर्जी खारिज कर दी गई। अब इस मामले में सुनवाई भोपाल जिला अदालत में होगी।

यह भी पढ़ें: राजनीति के आकाशीय झंझावत पर पत्रकार ने इस अंदाज में लू उतारी

यह भी पढ़ें:   Blog : चाचा का खत भतीजे के नाम

क्या है मामला
भाजपा महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय के पुत्र (Indore Crime) आकाश विजयवर्गीय ने बुधवार सुबह निगम जोन-3 के प्रभारी धीरेन्द्र को बल्ले से पीट दिया था। धीरेन्द्र अपने साथ निगम का अतिक्रमण अमला लेकर उस भवन को तोडऩे पहुंचे थे जो जर्जर घोषित किया जा चुका है। इसी भवन को तोडऩे के दौरान निगम अफसर को पीटा। इस मामले में उनके दो अन्य सहयोगियों के साथ उनकी गिरफ्तारी की गई थी।

महापौर की हुई किरकिरी
इस मामले में राजनीतिक (Indore Crime) घटनाक्रम भी बहुत तेजी से घट रहा है। महापौर मालिनी गौड ने बयान दिया कि आकाश को कार्रवाई में विरोध से पहले उनसे बातचीत करना थी। इधर, बयान जारी होने के बाद मालिनी को संगठन ने तलब कर लिया। इंदौर में कैलाश विजयवर्गीय और सुमित्रा महाजन जो क्षत्रप भी कहे जाते हैं उसको लेकर भीतर ही भीतर घमासान की खबरें हैं।

Don`t copy text!