MP Digital Arrest: छह महीने पूर्व जिस बुजुर्ग से सायबर फ्रॉड हुआ उसके आरोपी के खाते में जमा थे 10 लाख रुपए, जालसाज ने किया था डिजिटल अरेस्ट
भोपाल। डिजिटल अरेस्ट की वारदात छह माह से हो रही है। यह खुलासा एमपी (MP Digital Arrest) के ताजा एक फैसले से हुआ है। दरअसल, एक वृद्ध को डिजिटल अरेस्ट करके जालसाज ने पांच लाख रुपए ऐंठ लिए थे। जिसने ऐसा किया उस आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके खाते पुलिस ने फ़्रीज करा दिए थे। अब उसमें जमा रकम से पीड़ित को लौटाने की पहल सायबर क्राइम पुलिस ने की है।
यह थी घटना जिस पर अब लिया गया निर्णय
बुजुर्ग को डिजिटल अरेस्ट कर उनसे करीब साढ़े आठ लाख रुपए ठग लिए गए थे। इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। अब ठगी गई रकम में से चार लाख 99 हजार रुपए भी वापस कराए गए हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक इसी साल मई माह में एक बुजुर्ग व्यक्ति को अज्ञात फोन काल स्टेट बैंक के अधिकारी के नाम से आया था। फोन करने वाले ने बताया था कि उनके दस्तावेजों के आधार पर एक खाता खुलावाया गया है। जिसमें बड़े पैमाने पर हवाला का पैसा आया है। इसके बाद क्राइम ब्रांच, सीआईडी और सीबीआई अफसर बनकर उन्हें डिजिटल अरेस्ट कर उन्हें धमकाकर आठ लाख 45 हजार 866 रुपए ठग लिए गए थे। इस मामले की शिकायत के बाद दो आरोपियों को राजस्थान (Rajasthan) के नोखा बीकानेर से गिरफ्तार किया गया था। इस दौरान साइबर टीम ने जिन खातों में पैसा गया था उन खातों को फ्रीज कराया था। इसमें से एक फ्रीज कराए गए बैंक खाते में दस लाख दो हजार 361 रुपए पाए गए थे। इसमें से अब पीड़ित को करीब पांच लाख रुपए वापस कराए गए हैं। (सुधि पाठकों से अपील, हम पूर्व में धाराओं की व्याख्याओं के साथ समाचार देते रहे हैं। इसको कुछ अवधि के लिए विराम दिया गया है। आपको जल्द नए कानूनों की व्याख्या के साथ उसकी जानकारी दी जाएगी। जिसके लिए हमारी टीम नए कानूनों को लेकर अध्ययन कर रही हैं।)
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