Gandhi Jayanti Week: नाटक में चल रहा था गांधी हत्या का सीन, हत्यारे की गणवेश पर आरएसएस हो गई आगबबूला

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गांधी की हत्या के दृश्य पर आरएसएस ने जताई आपत्ति, थाने पहुंचे तो टीआई ने लौटाया बैरंग

Gandhi Jayanti Week
राष्ट्रपिता मोहन दास करमचंद गांधी जिन्हें महात्मा गांधी के नाम से संबोधित किया है, उनकी फाइल तस्वीर

जबलपुर। बच्चों का नाटक (Children Play) ने बड़ा बवाल खड़ा कर दिया। मामला जबलपुर के लार्डगंज थाना क्षेत्र का है। यहां स्मॉल वंडर सीनियर सेकंडरी स्कूल में बच्चे गांधी जयंती (Gandhi Jayanti Week) के अवसर पर नाटक दिखा रहे थे। इसमें ही दर्शाए गए एक दृश्य को लेकर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) ने आपत्ति जताते हुए थाने में शिकायत की। लेकिन, थाना प्रभारी ने आवेदन पर कोई कार्रवाई न करते हुए आरएसएस के लोगों को थाने से बैरंग लौटा दिया।
देशभर में महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती (Gandhi Jayanti Week) मनाई जा रही है। यह आयोजन एक सप्ताह तक चलेगा। राजनीतिक पार्टियां पैदल मार्च निकाल रही है। वहीं सरकारी और निजी स्कूलों में अलग—अलग कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इस दौरान निजी स्कूल को बच्चों का प्ले कराना महंगा पड़ गया। मामला जबलपुर के लार्डगंज के स्मॉल वंडर सीनियर सेकंडरी स्कूल का है। नाटक के दौरान गांधी को गोली मारने का एक दृश्य (Mahatma Gandhi Murder Seen) दिखाया गया। गोली मारने वाला हाफ नैकर में था। यह नैकर खाकी रंग की थी। सफेद शर्ट पहने बालक ने काली रंग की सिर पर टोपी पहन रखी ​थी। नाटक पर दर्शकों ने खूब तालियां भी बजाई और बच्चों ​की तारीफ भी की गई।

लेकिन, कुछ देर बाद बच्चों का यह दृश्य सोशल मीडिया (Social Media) के माध्यम से लोगों के सामने आया तो तस्वीरें ट्रोल हो गई। कई तरह के कमेंट आने लगे। तस्वीर को लेकर आरएसएस (RSS) के पदाधिकारी आगबबूला हो गए। वे लोग लार्डगंज थाने पहुंच गए। पदाधि​कारी स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। लेकिन थाना प्रभारी तैयार नहीं हुए और उन्हें आवेदन लेने के बावजूद वहां से बैरंग लौटा ​दिया। पूरे मामले को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के दुरूपयोग का बताकर विरोध किया जाने लगा।

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