- भोपाल—इंदौर से पांच युवतियां और एक पुरूष गिरफ्तार
- नेताओं—अफसरों की आपत्तिजनक सीडी बनाकर करते थे ब्लैकमेलिंग
- इंदौर के पलासिया थाने में निगम के इंजीनियर ने दर्ज कराई थी एफआईआर
- स्टिंग के बाद दबोचा गया रैकेट, राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में मचा हड़कंप
- सवा 14 लाख रुपए, लैपटॉप, मोबाइल समेत अन्य गैजेट्स जांच के लिए जब्त
इंदौर/भोपाल। मध्यप्रदेश से संचालित हनी ट्रेप रैकेट (MP Honey Trap Case) का पर्दाफाश हुआ है। इंदौर के पलासिया पुलिस ने इस मामले में पांच युवतियों और एक युवक को हिरासत में लिया है। गिरफ्तार युवतियों के हुस्न के जाल में दो विधायकों के फंसने की अब तक जानकारी मिली है। वहीं कुछ पत्रकारों की भूमिका भी संदिग्ध पाई है। आरोपियों को अदालत में पेश करने के बाद पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया गया है।
इंदौर में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए एसएसपी सिटी रूचिवर्धन मिश्रा ने आरोपियों का खुलासा करते हुए बताया कि मोनिका यादव, श्वेता जैन, आरती दयाल, श्वेता जैन, बरखा भटनागर और ओम प्रकाश कोरी को गिरफ्तार (MP Honey Trap Case) किया गया है। इनमें से 3 गिरफ्तारी ओमप्रकाश और आरती की इंदौर से की गई है। बाकी 3 की गिरफ्तारी भोपाल से की गई है। इन आरोपियों के खिलाफ ब्लैकमेलिंग, जान से मारने धमकी समेत अन्य धारा में गिरफ्तार किया गया है।
स्टिंग के बाद पकड़ा गया
इस मामले में पलासिया थाने में 18 सितंबर को एफआईआर दर्ज हुई थी। एफआईआर नगर निगम के इंजीनियर हरभजन ने दर्ज कराई थी। हरभजन इसी गिरोह की एक महिला के साथ इंदौर की होटल में गया था। इस मुलाकात की गिरोह ने क्लिप (MP Honey Trap Case) बना ली थी। इसे व्हाट्स एप नंबर पर भेजकर वायरल करने की धमकी देकर तीन करोड़ रुपए मांगे जा रहे थे। जब यह खबर पुलिस को लगी तो पुलिस ने बकायदा स्टिंग किया। किस्त की रकम 50 लाख देने के लिए बुलाया गया तो आरोपी आरती दयाल 50 लाख रूपये लेने के लिये होंडा क्रेटा कार क्रमांक डच् 16 ब्ठ 4441 से इंदौर आई। जिसे कार सहित पुलिस टीम ने दबोच लियास। कार में बैठी आरती दयाल पति पंकज दयाल उम्र 29 साल निवासी सागर लेंडमार्क मिनाल रेसीडेन्सी भोपाल के साथ मोनिका यादव पिता लाल यादव उम्र 18 साल निवासी ग्राम सवस्या तहसील नरसिंहगढ जिला राजगढ़ के अलावा ओमप्रकाश कोरी पिता रामहर्ष कोरी उम्र 45 साल निवासी आदमपुर छावनी थाना बिलखिरिया भोपाल मौजूद थे।
विधायक के बंगले में रहती थी
पूछताछ में आरती ने बताया कि वह एक साल से मिनाल रेसीडेंसी भोपाल मे रहती है तथा एनजीओ चलाती है। उसने बीएससी तक पढाई की है। इस काम में उसकी मदद श्वेता जैन पति विजय जैन उम्र 39 साल निवासी जे 394 मिनाल रेसीडेंसी करती है। इसके बाद श्वेता जैन को हिरासत में लिया गया। श्वेता जैन के कब्जे से कुल चौदह लाख सत्तरह हजार रुपये नगद व मोबाईल फोन बरामद हुयेे हैं। इसी तरह अन्य आरोपी श्वेता जैन पति स्वपनिल जैन उम्र 48 साल निवासी रेवेरा टाउनि भोपाल और बरखा सोनी पति अमित सोनी उम्र 34 साल निवासी कोटरा सुल्तानाबाद को गिफ्तार किया गया। श्वेता जैन रिवेयरा टाउन में पन्ना से विधायक बृजेन्द्र सिंह बुंदेला के मकान में किराए से रहती है।
लॉकर उगलेंगे राज
आरती ने खुलासा किया कि उसकी साथी श्वेता जैन निवासी मिनाल रेसीडेन्सी ने उसे करीब 8 माह पहले नगर निगम इंदौर के अधिकारी से मुलाकात कराई थी। इसके बाद उन दोनों में परस्पर फोन पर बातचीत शुरु हो गई। ओमप्रकाश कोरी ने पूछताछ में बताया कि वह आरती को विगत 1 साल से जानता है तथा उसकी क्रेटा कार चलाता है। उक्त मामले क्रेटा क्रमाँक MP16CB 4441 को जप्त किया गया है। पुलिस ने बरामद लैपटॉप और मोबाइल को एफएसएल जांच के लिए भेजने जा रही है। इसके अलावा आरोपियों के बैंक खातों और लॉकरों का पता लगाया जा रहा है। पुलिस को शक है कि आरोपियों ने कई लोगों को ब्लैकमेल किया है। जिसके राज लॉकर अथवा किसी सुरक्षित स्थान पर रखे गए हैं। इस मामले में कुछ पत्रकारों पर भी शक है।