Bhopal Murder News: हर क्राइम के बाद लोकेशन बदलकर लिव इन में रख लेता था दूसरी महिला, पांच महिलाओं का सुराग पुलिस को मिला, दो दशक से घर छोड़कर हाईवे पर गुजारी जिंदगी, ढ़ाई महीने तक पुलिस से भाग रहे मुख्य आरोपी को दबोचा, पांच मामलों का अब तक हुआ खुलासा, फर्जी तरीके से बनाया था आधार कार्ड
पत्रकारों को जानकारी देते हुए डीसीपी जोन—4 जितेंद्र सिंह पवार।
भोपाल। आपराधिक विज्ञान को समझना और उसे सुलझाना आसान नहीं हैं। यह बात हम ऐसे ही नहीं कर रहे। दरअसल, भोपाल (Bhopal Murder News) शहर के छोला मंदिर थाना क्षेत्र से ऑटो चालक को अगवा करके फिरौती मांगी गई थी। फिर उसकी कुछ दिनों बाद सीहोर जिले के सलकनपुर स्थित जंगल में सिर कुचली हुई लाश मिली थी। इस मामले में एक आरोपी हत्याकांड के एक सप्ताह बाद दबोच लिया गया था। लेकिन, मुख्य आरोपी फरार था। अब वह पुलिस सीखचों के पीछे हैं। उसने जो खुलासा किया है वह देशभर की निगरानी करने वाली एजेंसियों के लिए कान खड़े कर देने वाला है। उसके अपराधों की फेहरिस्त कितनी है अभी साफ नहीं है। लेकिन, पांच मामले सामने आ गए हैं।
यह है वह घटना जिसके बाद पुलिस दिनरात उसे तलाश रही थी
छोला मंदिर (Chhola Mandir) थाना क्षेत्र स्थित शंकर नगर से ऑटो चालक संदीप प्रजापति (Sandeep Prajapati) पिता सूरज प्रजापति उम्र 22 साल लापता था। वह ऑटो (Auto) चलाने का काम करता था। संदीप प्रजापति की गुमशुदगी 03 दिसंबर, 2024 को उसके पिता सूरज प्रजापति (Suraj Prajapati) ने दर्ज कराई थी। इसकी जांच के दौरान एक लाख रुपए की फिरौती मांगने का मामला सामने आया था। पुलिस गुमशुदगी 231/24 दर्ज कर जांच कर रही थी। फिरौती का मैसेज उसकी बहन वंदना प्रजापति (Vandana Prajapati) को अवकेश जायसवाल के मोबाइल से भेजा गया था। यह पता चलने के बाद पुलिस ने प्रकरण 736/24 दर्ज कर लिया। जिसमें संदेही अवकेश जायसवाल (Avkesh Jayaswal) की सरगर्मी से तलाश की जा रही थी। इसी दौरान संदीप प्रजापति की लाश 07 दिसंबर को सीहोर (Sehore) जिले में स्थित रेहटी के जंगल में मिल गई। जिसमें हत्या की धारा बढ़ाते हुए पुलिस ने अवकेश जायसवाल के साथ रहने वाले सभी लोगों को चिन्हित किया। पता चला कि उसके साथ आरोपी उत्कर्ष चौधरी (Utkarsh Chaudhry) पिता रामशेखर चौधरी उम्र 19 साल भी था। इसके अलावा आदर्श चौधरी (Adarsh Chaudhry) भी वारदात वाले दिन था। पुलिस को अवकेश जायसवाल के अलावा 10 दिसंबर को उत्कर्ष चौधरी और आदर्श चौधरी मिल गए थे।
आरोपियों को दबोचने यह की गई कार्रवाई
हत्याकांड में फरार आरोपी अवकेश जायसवाल को अब हैदराबाद (Hyderabad) से दबोच लिया गया है। यह जानकारी देते हुए डीसीपी जोन—4 जितेंद्र सिंह पवार (DCP Jitendra Singh Pawar) ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी पर दस हजार रुपए का इनाम रखा गया था। उसे अदालत में पेश करके 28 फरवरी तक पुलिस रिमांड पर लिया गया है। डीसीपी ने बताया कि आरोपी को दबोचने के लिए एसआईटी बनाई थी। जिसमें शामिल गांधी नगर, निशातपुरा और छोला मंदिर थाना क्षेत्र के पुलिस कर्मियों को मिलकर ज्वाइंट टीम बनाई गई। आरोपी के संबंध में उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड, असम, मेघालय, तेलंगाना समेत कई अन्य राज्यों में लोकेशन मिल रही थी। पुलिस को पड़ताल में आरोपी अवकेश जायसवाल का आधार कार्ड मिला था। जिसमें इंदौर (Indore) के किशनगंज (Kishanganj) स्थित ईश्वर पाटीदार (Ishwar Patidar) के मकान का पता मिला था। यहां जाकर छानबीन की गई तो पता चला कि अवकेश जायसवाल उसका असली नाम नहीं है। वह विकास जायसवाल (Vikas Jayaswal) है जो छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के पेंड्रारोड के कठघोरा थाना क्षेत्र का रहने वाला है। पुलिस की टीम वहां पहुंची तो उसका वहां एक प्रकरण मिला। पिता का देहांत हो चुका है और मां अकेली रहती है। उसने शादी करने के बाद पत्नी को छोड़कर 20 साल पहले घर छोड़ दिया था। इसके बाद वह कभी भी वहां नहीं पहुंचा था।
ऐसे हुई थी मरने वाले से उसकी दोस्ती
सांकेतिक ग्राफिक डिजाइन टीसीआई
अवकेश जायसवाल उर्फ विकास जायसवाल ने फर्जी आधार कार्ड बनाया था। उस नंबर पर दूसरे व्यक्ति का पता है। इसी आधार कार्ड से उसने ड्रायविंग लायसेंस बनाया था। वह लंबे समय से ट्रक ड्रायवरी लाइन में काम करता था। डीसीपी ने बताया कि संदीप प्रजापति ऑटो चलाने से पूर्व भोपाल—इंदौर टैक्सी में सवारी बैठाने का काम करता था। उस दौरान अवकेश जायसवाल उर्फ विकास जायसवाल (Avkesh Jayaswal@Vikas Jayaswal) चार पहिया वाहन में ड्रायवरी का काम करता था। इसके बाद वह ट्रक लाइन में चला गया था। आदर्श चौधरी भी बस स्टेंड पर सवारी बैठाने का काम करता था। अवकेश जायसवाल अपने आपको अमीर बताने की कोशिश करता था। वह सबसे पहले महिलाओं को आकर्षित करता था। फिर गरीब या कमजोर महिला को अपने साथ रखते हुए उनके साथ लिव इन में रहने लगता था। ताकि उसके पुराने क्रिमिनल रिकॉर्ड सामने नहीं आ सके। आरोपी के संबंध में फिलहाल कर्नाटक के बादलकोट में ट्रक ड्रायवरी का काम करने की जानकारी मिली थी। इसमें ट्रक ड्रायवर की तरफ से भरपूर सहयोग पुलिस को मिला था।
अवकेश उर्फ विकास जायसवाल काफी शातिर बदमाश है। उसके खिलाफ असम में बांस से लोड ट्रक को बिहार (Bihar) में ले जाकर बेचने का मामला दर्ज है। इसके अलावा हैदराबाद में उसके ट्रक (Truck) चलाने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। तीसरा प्रकरण फिरौती के लिए अपहरण करने की कोशिश का मामला (Bhopal Murder News) इंदौर में भी दर्ज है। आरोपी ने करीब पांच महिलाओं को अपने साथ लिव इन में रख चुका है। इन सभी की जानकारी पुलिस को मिल गई है। वह अपना पूर्व का रिकॉर्ड छुपाने ही लिव इन में महिला को अपने साथ रखता था। संदीप प्रजापति से भोपाल में रहने वाली लड़की ने मदद मांगी थी। आरोपी जिस महिला के साथ रहता था उसे ब्लैकमेल कर रहा था। आरोपी की कहानी उसे पता चल गई थी। इसी बात को समझाने संदीप प्रजापति ने कोशिश की थी। उसे डर था कि यदि उसके पुराने रिकॉर्ड और उसका पैटर्न पता चल गया तो सारे दबे मामले खुल जाएंगे और वह एक्सपोज हो जाएगा। इसलिए उसने संदीप प्रजापति को रास्ते से निपटाने की योजना बनाई।
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