Bhopal FSL News: एफएसएल वैज्ञानिक की अटकलें हुई गलत साबित, महिला की मौत गला दबाने से नहीं हुई
भोपाल। पति—पत्नी की एक ही कमरे में मिली लाश के मामले में नया खुलासा हुआ है। यह सनसनीखेज घटना भोपाल सिटी के शाहपुरा थाना क्षेत्र की है। एफएसएल के नजरिए से यह प्रकरण बेहद संवेदनशील तरीके से जांच करने का था। इसके बावजूद अफसर अटकलों पर चलते रहे। नतीजतन यह प्रकरण अब चुनौती बन गया है। दरअसल, पहले दिन यह जानकारी एफएसएल (Bhopal FSL News) के अफसरों ने दी थी कि फर्श पर मिली महिला की लाश का गला दबाया गया है। अब यह बात पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गलत साबित हो गई है। जिसके बाद पूरी पीएम रिपोर्ट मिलने का पुलिस इंतजार कर रही है।
बेटे को लेकर आया था भोपाल
खंडवा जिले के बामनिया गांव में रहने वाले 37 वर्षीय जितेंद्र चाकरे और उसकी पत्नी 35 वर्षीय रंजीता चाकरे की लाश एक ही कमरे में 6 मई की रात लगभग 10 बजे मिली थी। जिसमें शाहपुरा पुलिस मर्ग क्रमश: 13—12/22 दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। कमरे में कोई नहीं था, वहां से सुसाइड नोट भी बरामद नहीं हुआ था। मामले की जांच एएसआई केपी मिश्रा (ASI KP Mishra) कर रहे हैं। उनका कहना है कि अभी फुल पीएम रिपोर्ट नहीं मिली है। जितेंद्र चाकरे और उसकी पत्नी रंजीता चाकरे के बीच एक साल से पारिवारिक विवाद चल रहा था। वह मायके में रहने आई थी। जितेंद्र चाकरे (Jitendra Chakre) ने धारा-9 के तहत कोर्ट में परिवाद पत्नी को वापस ले जाने का दायर किया था। जिसके बाद रंजीता चाकरे (Ranjita Chakre) ने फोन कर भोपाल बुलाया था। वह पांच मई को ही भोपाल आया था। उसका नौ साल का बेटा साथ में था। जबकि बेटी बामनिया गांव में ही थी।
इसलिए पहेली बन गया मामला
शाहपुरा थाने के प्रभारी थाना प्रभारी नवीन पांडे (TI Navin Pandey) ने बताया कि जितेंद्र चाकरे की लाश लोहे के पाइप पर लटकी थी। पत्नी रंजीता चाकरे बिस्तर पर पड़ी थी। पति की मौत फांसी लगाने से हुई है। जबकि रंजीता की मौत को लेकर पीएम रिपोर्ट मिलने का इंतजार है। शुरुआत में एफएसएल के अधिकारियों ने बताया था कि गले में चोट के निशान है। इसलिए अटकलें थी कि उसकी गला दबाकर हत्या की गई है। हालांकि यह बात शॉर्ट पीएम में साफ हो गई है कि महिला का गला नहीं घोंटा गया था। इधर, एफएसएल अधिकारी डॉक्टर सुनील गुप्ता (Dr Sunil Gupta) ने बताया कि थोड़े—थोड़े गले पर निशान थे। इसलिए शक हुआ था। दरवाजा हमने ही जाकर तोड़ा था। इसलिए पूरा मामला संदेहास्पद था। वहां खाने का सामान भी था जिसे जांच के लिए जब्त किया गया है। उल्लेखनीय है कि भोपाल (Bhopal FSL News) में वरिष्ठ वैज्ञानिकों की कमी है। इसलिए ऐसी कई तरह की तकनीकी चूकों की वजह से मामला आगे जाकर बिगड़ता है।
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