Bhopal News: कोविड मरीजों का इलाज करने के बाद किराए के कमरे में आराम करने पहुंचे थे डॉक्टर
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की ताजा न्यूज (Bhopal News) छोला मंदिर इलाके से मिल रही है। यहां कोविड मरीजों के इलाज कर रहे एक युवा डॉक्टर की रहस्यमय मौत हो गई है। उनकी लाश किराए के कमरे में मिली थी। मुंह से खून की उल्टियां निकली थी। वहीं नजदीक एक दर्जन से अधिक इस्तेमाली इंजेक्शन पड़े मिले थे। फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम किया है और लाश पीएम के लिए भेज दी गई है।
अस्पताल में मरीज तलाशते रहे
छोला मंदिर थाना पुलिस के अनुसार 03—04 मई की दरमियानी रात लगभग डेढ़ बजे मौत होने की सूचना पुलिस को मिली थी। यह खबर राघवेंद्र चौहान (Raghvendra Chouhan) से पुलिस को मिली थी। मृतक सत्येन्द्र चौहान पिता गुलाब सिंह उम्र 32 साल है। वह होप अस्पताल (Hope Hospital) रत्नागिरी में डॉक्टर था। मामले की जांच एएसआई सुनील कुमार (ASi Sunil Kumar) कर रहे हैं। जांच अधिकारी ने बताया कि सूचना देने वाले भाई है। माता—पिता के साथ वृंदावन ढ़ाबे के नजदीक कॉलोनी में रहते थे। सत्येन्द्र चौहान (Dr Satendra Chouhan Death News) कोरोना मरीजों का परीक्षण होप अस्पताल में करते थे। कुछ महीने पहले ही किराया का मकान छोला मंदिर स्थित गिरनार वैली में लिया था। परिवार को कोरोना से कोई समस्या न आए। इसलिए सत्येन्द्र ने किराया का मकान लिया था। वह फोन पर परिजनों से बातचीत करते थे।
इंजेक्शन जांच के लिए जब्त
सोमवार सुबह कोरोना मरीजों को देखने अस्पताल गए थे। वापस लौटने के बाद मरीजों के फोन आने लगे। जिसको वे उठा नहीं रहे थे। यह खबर उनके परिवार को दी गई। वे भी किराए वाले घर पर पहुंचे। वहां पहले से ही होप अस्पताल का स्टाफ मौजूद था। बमुश्किल कमरे को खोला गया तो सत्येन्द्र चौहान नीचे गद्दे पर लेटे मिले। उनके मुंह से खून निकल रहा था। आस—पास पुलिस को खाली इंजेक्शन भी काफी मात्रा में मिली है। इसके अलावा वहां इस्तेमाली सिगरेट के टुकड़े पड़े थे। इंजेक्शन जो बरामद हुए हैं वह लोक्स, न्योरफ, नेट्रोमिडा नाम के हैं। पुलिस को पड़ताल में पता चला है कि यह इंजेक्शन नींद आने के लिए दिए जाते हैं। परिजनों ने बताया कि उसको नींद न आने की बीमारी थी।